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करवा चौथ का व्रत हर साल शरद पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को रखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल 20 अक्टूबर 2024 को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। इस दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। वैसे तो यह व्रत सभी सुहागन महिलाओं को करना चाहिए, लेकिन कुछ स्थितियों में महिलाओं को यह व्रत नहीं करना चाहिए। चलिए जानते हैं यह व्रत किसे नहीं करना चाहिए? (Photo Source: Express Archive)
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गर्भवती महिलाएं
गर्भवती महिलाओं को करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर को पर्याप्त पोषण और हाइड्रेशन की आवश्यकता होती है। इस स्थिति में लंबे समय तक उपवास करने से गर्भवती महिला और उसके शिशु दोनों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। पानी और पोषण की कमी से गर्भस्थ शिशु के विकास में भी समस्याएं आ सकती हैं। (Photo Source: PTI) -
दुग्धपान कराने वाली महिलाएं
जो महिलाएं अपने नवजात शिशु को स्तनपान कराती हैं, उन्हें भी इस व्रत से बचना चाहिए। बच्चे के लिए पर्याप्त दूध उत्पादन के लिए माँ के शरीर को सही मात्रा में पोषण और पानी की आवश्यकता होती है। उपवास रखने से दूध की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है, जो शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है। (Photo Source: Express Archive) -
कुंवारी लड़कियां
करवा चौथ विवाहित महिलाओं का व्रत है, जो अपने पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है। इसलिए, कुंवारी लड़कियों को इस व्रत का पालन करने की आवश्यकता नहीं होती। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में यह परंपरा है कि कुंवारी लड़कियां भी व्रत रखती हैं, लेकिन इसे एक अनिवार्यता के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। (Photo Source: PTI) -
मासिक धर्म के दौरान
मासिक धर्म के दौरान व्रत तो रखा जा सकता है लेकिन पूजा नहीं की जा सकती। ऐसे में आप किसी और को अपनी तरफ से पूजा करने के लिए कह सकते हैं लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पूजा सामग्री को न छुएं। (Photo Source: Express Archive) -
कमजोर या अस्वस्थ महिलाएं
जो महिलाएं पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित हैं या बहुत अधिक शारीरिक कमजोरी महसूस कर रही हैं, उन्हें करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए। उपवास से उनकी सेहत और अधिक खराब हो सकती है, जिससे रिकवरी में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है। (Photo Source: PTI) -
डायबिटीज से पीड़ित महिलाएं
डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं के लिए करवा चौथ का व्रत खतरनाक साबित हो सकता है। लंबे समय तक बिना भोजन और पानी के रहने से रक्त शर्करा के स्तर में अचानक गिरावट या वृद्धि हो सकती है, जो स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है। ऐसे में इन महिलाओं को उपवास से परहेज करना चाहिए। (Photo Source: Express Archive) -
घर में सोहर या सूतक होने पर
हिंदू धर्म में सोहर (नवजात शिशु के जन्म) या सूतक (किसी परिजन की मृत्यु) के समय धार्मिक कृत्यों और व्रतों का पालन करने से बचने की सलाह दी जाती है। यह एक सामाजिक और धार्मिक परंपरा है, जिसके अनुसार इन परिस्थितियों में करवा चौथ का व्रत रखना वर्जित माना जाता है। (Photo Source: PTI) -
बिना शादी के साथ रह रही महिलाएं
जो महिलाएं बिना शादी के किसी रिश्ते में रह रही हैं, उन्हें भी करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए। यह व्रत पारंपरिक रूप से विवाहित महिलाओं के लिए ही है, इसलिए इसका धार्मिक महत्व भी शादीशुदा महिलाओं के लिए ही माना गया है। (Photo Source: PTI) -
पति से अलग रह रही महिलाएं
अगर कोई महिला अपने पति से कानूनी या सामाजिक रूप से अलग रह रही है, तो उसे भी करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए। करवा चौथ का उद्देश्य पति की लंबी उम्र और उनके साथ के लिए प्रार्थना करना है, लेकिन जब दोनों का साथ नहीं है, तो इसका धार्मिक और भावनात्मक महत्व कम हो जाता है। (Photo Source: Express Archive)
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