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Jyotiraditya Scindia Sister : ज्योतिरादित्य सिंधिया नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कैबिनेट के चर्चित मंत्री हैं। ज्योतिरादित्य अपनी राजनीति के अलावा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी अकसर चर्चा में रहते हैं। भारतीय राजनीति में सिंधिया परिवार कई दशकों से एक्टिव है। पिता माधवराव सिंधिया (Madhavrao Scindia) के निधन के बाद ज्योतिरादित्य ने पॉलिटिक्स में एंट्री की थी। आइए जानें कौन हैं उनकी इकलौती बहन और कहां हुई है शादी:
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माधवराव सिंधिया के दो बच्चे हैं। बेटे ज्योतिरादित्य तो बेटी का नाम चित्रांगदा सिंधिया है। चित्रांगदा अपने भाई ज्योतिरादित्य से 4 साल बड़ी हैं। (यह भी पढ़ें: 22 साल में किसी की हो गई मौत तो किसी का हुआ तलाक, जानिए कौन हैं माधवराव की चारों बहनें )
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चित्रांगदा लाइमलाइट से दूर ही रहती हैं। उनकी शादी कश्मीर रियासत के राजपरिवार में हुई है। (यह भी पढ़ें: ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास करीब 400 करोड़ की संपत्ति, पत्नी के नाम महज इतनी प्रॉपर्टी, प्रियदर्शनी राजे ने लिये हैं मां से 50 हजार रुपए उधार )
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चर्चित नेता करण सिंह चित्रांगदा के ससुर हैं। (यह भी पढ़ें: सोने के कप और चांदी के सिगरेट, जानिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को विरासत में मिले हैं कैसे और कितने के गहने )
चित्रांगदा सिंह के पति का नाम विक्रमादित्य सिंह है। विक्रमादित्य कांग्रेस पार्टी में हैं। वह जम्मू कश्मीर विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं। (यह भी पढ़ें: पत्नी के नाम ना घर ना गाड़ी, अरबों के मालिक हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया, जानिए बुआ वसुंधरा राजे से हैं कितने अमीर ) -
राजनीति से इतर ज्योतिरादित्य के बहनोई विक्रमादित्य होटल व्यवसायी भी हैं। चित्रांगदा के पति ने अमेरिका से पढ़कर लौटने के बाद से ही इस प्रोफेशन में उतर गए थे। कांगड़ा का मशहूर तारागढ़ रिजॉर्ट माधवराव सिंधिया के दामाद का ही है। (यह भी पढ़ें: 12वीं पास हैं ज्योतिरादित्य की सबसे छोटी बुआ, जानिए कितनी संपत्ति की मालकिन हैं यशोधरा राजे )
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चित्रांगदा और विक्रमादित्य के दो बच्चे हैं। बेटे का नाम मार्तंड और बेटी का नाम मृगांका है। (यह भी पढ़ें: माधवराव सिंधिया से अखिलेश यादव तक, आपस में समधी हैं ये 10 राजनेता )
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ज्योतिरादित्य सिंधिया की भतीजी मृगांका की शादी पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के पोते निर्वाण सिंह से हुई है। अमरिंदर सिंह का परिवार पटियाला रियासत से ताल्लुक रखता है। (यह भी पढ़ें: जिस बंगले से उठी थी पिता माधवराव की अर्थी, उसी बंगले में शिफ्ट हो रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया )
