ट्रेन के छोटे डिब्बे में एक बर्थ में बैठकर सफर करने के अलावा अब आपके पास आरामदायक कमरों में यात्रा करने का विकल्प मौजूद है। दरअसल, इंडियन रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ने रेलवे अधिकारियों को मिलने वाली सुविधा अब आम यात्रियों को देने का फैसला किया है। इस फैसले के साथ ही रेलवे ने यात्रियों के लिए सैलून टूर की शुरुआत कर दी है। आम यात्रियों के लिए शुरू की गई सैलून कोच शुक्रवार को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से कटड़ा के लिए अपनी पहली यात्रा पर निकली। शुक्रवार को निजी बुकिंग पर 6 यात्रियों ने जम्मू मेल से अटैच सैलून कोच का आनंद लिया। आपको बता दें कि अभी तक सैलून टूर केवल रेलवे अधिकारियों, राष्ट्रपति, रेल मंत्री और रेल राज्यमंत्री के लिए उपलब्ध था। (फोटो सोर्स- पीटीआई) सैलून कोच में यात्रियों को बेहद ही खास सुविधाएं दी गई हैं। इस कोच में किचन, लाउंज, बेडरूम, एसी और अटैच बाथरूम जैसी बहुत सी सुविधाएं मौजूद हैं। आप चाहें तो ऐसा कह सकते हैं कि यह कोच एक छोटे से घर जैसा दिखता है। आईआरसीटीसी ने इसे 'मूविंग हाउस' कहा है। (फोटो सोर्स- पीटीआई) -
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कोच को पांच दिनों के लिए किराये पर लेने की लागत करीब 2 लाख रुपए है। रॉयल इंडिया ट्रेन जर्नी ने अपने प्रीमियम कस्टमर्स के लिए जम्मू मेल में अटैच इस सैलून कोच को बुक किया। यह पूरे चार दिन का सफर है, जिसमें सैलून का दिल्ली वापस आना भी शामिल है। (फोटो सोर्स- पीटीआई)
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आईआरसीटीसी का कहना है, 'यह एक विस्तृत दौरा होगा, जिसमें यात्रियों को होटल में मिलने वाली हर सुविधाएं दी जाएंगी। यात्रियों की सेवा के लिए स्टाफ मौजूद होंगे। रेलवे यात्रियों के साथ एक एसी अटेंडेंट और एक सैलून अटेंडेंट भेजेगा।' (फोटो सोर्स- पीटीआई)
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अगर आपको भी सैलून कोच में सवार होकर कहीं जाना है तो इससे संबंधित सारी जानकारी आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है। आपको बता दें कि रेलवे के पास फिलहाल 336 सैलून हैं, जिनमें से 62 सैलून में एसी लगा हुआ है। सैलून को आम नागरिकों के लिए उपलब्ध कराने का फैसला जनवरी में रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्वनी लोहानी की अध्यक्षता में हुई एक मीटिंग में लिया गया था। (फोटो सोर्स- पीटीआई)
