
कारगिल का एतिहासिक युद्ध तो आपको याद ही होगा। 1999 में हुआ यह वही युद्ध था जिसमें विजय होकर भारत ने कारगिल पर फिर से तिरंगा फहराया था। इस युद्ध में भारत की जीत के कई हीरो ऐसे हैं जिन्हें हम नहीं जानते। ऐसे ही कुछ नामों को आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, जानिए उनके बारे में- विक्रम बत्रा: इनका नाम आपने पहले सुना होगा। यह वही थे जिन्होंने चोटी 5140 पर पहुंचकर पहली जीत हासिल की थी। इसके बाद दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने 'ये दिल मांगे मोर' कहकर पूरी देश को अपना दीवाना बना लिया था। 7 जुलाई 1999 को वह शहीद हो गए थे। उन्हें परम वीर चक्र से नवाजा गया था। -
कैप्टन जैरी प्रेम राज: उन्हें ड्रास इलाके में दुश्मनों के ठिकाने की पहचान करके उसपर हमला करने का काम दिया गया था। इस काम को उन्होंने बखूबी निभाया। हालांकि, दुश्मनों की गोलियों से छलनी होकर वह शहीद हो गए थे। उन्हें वीर चक्र से नवाजा गया था।
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कैप्टन शशि भूषण: वह दुश्मन पर नजर रखने के लिए तैनात किए गए थे। लेकिन उनके कमांडर घायल को गए थे। ऐसे में उन्होंने कंपनी की कमांड संभाली और दुश्मनों को कड़ी टक्कर दी थी। इसके लिए उन्हें वीर चक्र मिला था।
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सूबेदार रघुनाथ सिंह: वह डेल्टा कंपनी में पलटून कमांडर थे। दुश्मनों के तेज हमलों के बीच रात की जगह दिन में हमला करने का साहस उन्होंने दिखाया था। दो दुश्मनों को तो उन्होंने अपने हाथों से ही मार दिया था। इस वीरता के लिए उन्हें भी वीर चक्र मिला था।
हवलदार शीष राम गिल: उनकी टीम को दुश्मन की पोस्ट पर धावा बोलने का काम दिया गया था। इस काम को उन्होंने पूरा तो किया लेकिन वह बुरी तरह जख्मी हो गए थे। इसके बाद 9 जुलाई 1999 में उनका निधन हो गया था। उन्हें अपनी वीरता के लिए वीर चक्र मिला था।