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Vijaya Raje Scindia Vs Gayatri Devi: भारतीय राजनीति में दो महारानियां ऐसी रहीं जो काफी चर्चित थीं। एक थीं जयपुर राजघराने की महारानी गायत्री देवी और दूसरी ग्वालियर के सिंधिया राजपरिवार की राजमाता विजया राजे।विजया राजे मौजूदा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की दादी थीं। दोनों ही रानियां बेहद लोकप्रिय और ताकतवर मानी जाती थीं। दोनों संसद की सदस्य भी थीं। विजया राजे से अच्छी दोस्ती होने के बावजूद भी गायत्री देवी ने एक बार तिहाड़ जेल में उनके साथ कमरा शेयर करने से मना कर दिया था। आइए जानें पूरा मामला:
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महारानी गायत्री देवी तीन बार लोकसभा सांसद रहीं। वह स्वतंत्र पार्टी के टिकट पर जयपुर से चुनाव जीतती थीं।
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विजया राजे सिंधिया पहले जनसंघ फिर बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीत संसद पहुंची थीं।
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1975 में इमरजेंसी के दौरान इन दोनों महारानियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। दोनों को ही तिहाड़ जेल में बंद किया गया। दोनों वहां करीब ६ महीने रही थीं।
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दोनों की दोस्ती काफी चर्चित थी। गिरफ्तारी के बाद गायत्री देवी से तिहाड़ जेल के कुछ अधिकारियों ने कहा था कि घबराइए मत आपकी पक्की दोस्त को भी जल्द आपके पास पहुंचा देंगे।
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तिहाड़ जेल में गायत्री देवी को एक बड़े से कमरे में रखा गया था। उनके कमरे में एक बेडरूम था जिसके साथ बरांदा भी था। अपना अलग वॉशरूम भी था।
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गायत्री देवी की बायोग्राफी ‘A Princess Remembers: Memoirs of the Maharani of Jaipur’ में इस बात का जिक्र किया गया है कि जेल के अधिकारियों ने गायत्री देवी से कहा कि विजयाराजे को आपके साथ ही कमरे में शिफ्ट कर देते हैं। इस पर गायत्री देवी ने साफ मना कर दिया था।
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गायत्री देवी ने अपनी खास दोस्त को अपने साथ रखने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि दोनों की आदतों में काफी अंतर था।
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गायत्री देवी की बायोग्राफी के मुताबिक वह सुबह सुबह एक्सरसाइज करना पसंद करती थीं तो विजयाराजे को उठते ही पूजा करने की आदत थी।
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वहीं गायत्री देवी देर रात तक गाने सुनतीं और किताबें भी पढ़तीं। विजया राजे जल्दी सोने वालों में थीं।
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Photos: PTI and Social Media
