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गणेशोत्सव भारत के सबसे प्रमुख और धूमधाम से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। इसकी शुरुआत गणेश चतुर्थी से होती है, जब भक्त बड़े श्रद्धा और भक्ति के साथ अपने घरों और पंडालों में गणपति बप्पा की स्थापना करते हैं। (PTI Photo)
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दस दिनों तक यह उत्सव पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, और अनंत चतुर्दशी के दिन इसका समापन गणेश विसर्जन के साथ होता है। (PTI Photo)
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गणपति विसर्जन से पहले, भक्त भगवान गणेश की पूजा और आराधना करते हैं। इस पूजा के बाद, बप्पा की मूर्ति का विसर्जन शुभ मुहूर्त में किया जाता है। (Photo Source: Jansatta)
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यह दिन बहुत ही भावुक और महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि भक्त गणपति बप्पा को विदा करते हैं और उनसे अगले वर्ष जल्दी लौटने की प्रार्थना करते हैं। (REUTERS Photo)
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ऐसा माना जाता है कि प्रतिमा का विसर्जन करने से भगवान पुनः कैलास पर्वत पर पहुंच जाते हैं। विसर्जन के दौरान लोग बप्पा को ढोल-नगाड़ों, गानों और नाच-गाने के साथ विदा करते हैं। (PTI Photo)
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हर कोई बप्पा की विदाई के समय “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” के जयकारे लगाता है, जिससे वातावरण भक्ति और उमंग से भर जाता है। (PTI Photo)
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गणपति के विसर्जन के समय का माहौल बेहद रंगीन और भव्य होता है। भक्तगण बप्पा को नाचते-गाते, ढोल-ताशों की धुन पर थिरकते हुए विसर्जन के लिए लेकर जाते हैं। (Photo Source: Jansatta)
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विसर्जन के दौरान विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और मंत्रों के साथ गणेश प्रतिमा को जल में प्रवाहित किया जाता है। (Photo Source: Jansatta)
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इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि अनंत चतुर्दशी के मौके पर हजारों की संख्या में भक्त बप्पा की मूर्ति लेकर सड़क पर निकले हैं और नाचते-गाते, अबीर गुलाल और फूल बरसाकर भगवान गणपति को विदाई दे रहे हैं। (PTI Photo)
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इस तस्वीर में मुंबई में गणेश चतुर्थी उत्सव के अंत में ‘लालबागचा राजा’ की मूर्ति को विसर्जन के लिए भक्त ले जाते नजर आ रहे हैं।
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वहीं, मुंबई से आई इस दूसरी तस्वीर में भक्त ‘मुंबाइचा राजा’ को विसर्जन के लिए ले जा रहे हैं। (PTI Photo)
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यह तस्वीर हैदराबाद के हुसैन सागर झील की है जिसमें भक्तों ने खैरताबाद गणेश प्रतिमा का विर्जन किया है। (PTI Photo)
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