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भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त 2025, बुधवार को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि 26 अगस्त को दोपहर 1:54 बजे से शुरू होकर 27 अगस्त को दोपहर 3:44 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार पर्व 27 अगस्त को ही मनाया जाएगा। (Photo Source: Pexels)
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गणपति बप्पा को विघ्नहर्ता और सिद्धिदाता कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा और मंत्र जाप करने से जीवन की हर रुकावट दूर होती है, धन-समृद्धि आती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आइए जानते हैं इस शुभ अवसर पर कौन से मंत्रों का जाप करना चाहिए और उनके अर्थ क्या हैं—
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गणेश चतुर्थी पर जाप करने योग्य मंत्र और उनके अर्थ
ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा॥
हे वक्रतुण्ड (टेढ़े सूंड वाले), महाकाय और करोड़ों सूर्यों के समान प्रकाशमान प्रभु! आप मेरे सभी कार्यों में हर समय विघ्नों को दूर करें। (Photo Source: Pexels) -
ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्॥
ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्॥
ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्॥
हम भगवान गणेश का ध्यान करते हैं जो एकदंत हैं, वक्रतुण्ड हैं और गजानन हैं। वे हमें ज्ञान और सद्बुद्धि प्रदान करें। (Photo Source: Pexels) -
ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वरवरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥
हे सौम्य रूप वाले गणपति, आप सभी को वश में करने की शक्ति देने वाले और वरदान प्रदान करने वाले हैं। कृपा करके मुझे भी सफलता और सामर्थ्य प्रदान करें। (Photo Source: Pexels) -
दन्ताभये चक्रवरौ दधानं, कराग्रगं स्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जयालिङ्गितमाब्धि पुत्र्या-लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे॥
मैं उस सुनहरी आभा वाले गणेश जी की स्तुति करता हूं, जिनके हाथों में चक्र और दंत है, जिनके पास स्वर्ण कलश है और जिन्हें माता लक्ष्मी ने कमल से आलिंगन किया है। (Photo Source: Pexels) -
ॐ गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट्॥
हे गणेश जी! कृपा कर सभी प्रकार के ऋण और कष्टों को दूर कर मुझे सुख-समृद्धि प्रदान करें। (Photo Source: Pexels) -
ॐ नमो ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्लीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी मम गृहे धनं देही चिन्तां दूरं करोति स्वाहा॥
हे लक्ष्मीपति गणेश जी! मेरे घर में धन और समृद्धि का वास करें तथा मेरी सभी चिंताओं को दूर करें। (Photo Source: Pexels) -
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा॥
हे गणपति! कुबेर देव के साथ मिलकर कृपा करें और मेरे जीवन में ऐश्वर्य व धन का संचार करें। (Photo Source: Pexels) -
ॐ श्रीम गम सौभाग्य गणपतये वरवर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥
हे सौभाग्यदायक गणपति! आप सबका पालन करने वाले और वर देने वाले हैं। कृपा कर मेरे जीवन में सौभाग्य का संचार करें। (Photo Source: Pexels) -
ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥
हे वक्रतुण्ड दंष्ट्राधारी गणपति! आप सभी को वश में करने वाले हैं। कृपा कर मुझे भी विजय और सफलता प्रदान करें। (Photo Source: Pexels)
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