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भारत में गणेश चतुर्थी जैसे प्रमुख त्योहारों पर भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। हर राज्य में भगवान गणेश के विभिन्न प्राचीन और भव्य मंदिर हैं, जो भक्तों के बीच विशेष आस्था के केंद्र हैं। आइए जानते हैं भारत के 15 प्रमुख गणेश मंदिरों के बारे में, जहां हर साल हजारों-लाखों भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं। (PTI Photo)
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सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई
यह मंदिर महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित है और गणेश भक्तों के बीच सबसे प्रसिद्ध है। यह मंदिर 1801 में स्थापित किया गया था और यहां दर्शन के लिए रोज हजारों भक्त आते हैं। यहां दर्शन करने के लिए बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक जगत की हस्तियां भी नियमित रूप से आती हैं। (Photo Source: siddhivinayak.org) -
दगडूशेठ हलवाई मंदिर, पुणे
पुणे का दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर महाराष्ट्र का दूसरा प्रमुख गणेश मंदिर है। इस मंदिर का इतिहास 130 साल पुराना है और हर साल गणेश उत्सव पर यहां भव्य समारोह का आयोजन होता है। यहां भी हर साल दस दिवसीय गणेशोत्सव उत्सव के दौरान मशहूर हस्तियां और मुख्यमंत्री शामिल होते हैं। (Photo Source: dagdushethganpati.com) -
रणथंभौर गणेश मंदिर, राजस्थान
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर किले में यह प्राचीन मंदिर है। यह दुनिया का एकमात्र मंदिर है, जहां भगवान गणेश अपने पूरे परिवार के साथ विराजमान हैं। यहां गणेश जी को त्रिनेत्र गणेश के रूप में पूजा जाता है। भक्त यहां अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए पत्र लिखते हैं। (Photo Source: ranthambhorenationalpark.in) -
खजराना गणेश मंदिर, इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित यह मंदिर बहुत लोकप्रिय है और इसे मराठा शासक अहिल्या बाई होल्कर द्वारा बनवाया गया था। मंदिर में भगवान गणेश की बड़ी मूर्ति है, जिसे देखने दूर-दूर से भक्त आते हैं। इस मंदिर की विशेषता यह है कि इसे कई चमत्कारी शक्तियों का स्थान माना जाता है, और भक्त यहां आकर अपनी समस्याओं का समाधान मांगते हैं। (Photo Source: shreeganeshkhajrana.com) -
चिंतामण गणेश मंदिर, उज्जैन
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित चिंतामण गणेश मंदिर भगवान गणेश के चिंतामण स्वरूप को समर्पित है। यह मंदिर फतेहाबाद रेलवे लाइन पर क्षिप्रा नदी के पार बना है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है और यहां भक्त अपनी चिंताओं को दूर करने के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं। (Photo Source: chintamanganesh.com) -
मोती डूंगरी गणेश मंदिर, जयपुर
जयपुर में मोती डूंगरी की पहाड़ी पर स्थित यह गणेश मंदिर उत्तर भारत का प्रमुख तीर्थस्थल है। इसका निर्माण 1761 में सेठ जय राम पालीवाल की देखरेख में हुआ था। यह मंदिर अपनी खूबसूरत वास्तुकला और भव्यता के लिए जाना जाता है। यहां हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। (Photo Source: motidungri.com) -
डोडा गणपति मंदिर, बेंगलुरु
बेंगलुरु के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक डोडा गणपति मंदिर, बेंगलुरु शहर के दक्षिण बैंगलोर क्षेत्र के बसवनगुडी में स्थित है। यहां की गणेश मूर्ति लगभग 18 फीट लंबी और 16 फीट चौड़ी है। इस की खासियत ये भी है कि ये काले ग्रेनाइट की एक ही चट्टान पर उकेर कर बनाई गई है। (Photo Source: Dodda Ganapathi Temple/Facebook) -
उच्ची पिल्लयार मंदिर, तिरुचिरापल्ली
उच्ची पिल्लयार मंदिर 7वीं शताब्दी में बना एक हिंदू मंदिर है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। यह मंदिर भारत के तमिलनाडु के त्रिची में रॉकफोर्ट पहाड़ी के ऊपर स्थित है। पौराणिक कथा के अनुसार, यह चट्टान वह स्थान है जहां श्रीरंगम में रंगनाथस्वामी देवता की स्थापना के बाद भगवान गणेश राजा विभीषण से भागे थे। यह मंदिर अपनी खास वास्तुकला और ऊंचाई के कारण प्रसिद्ध है और यहां से शहर का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। (Photo Source: Ucchi Pillayar Ganesh Mandir/Facebook) -
कनिपकम विनायक मंदिर, चित्तूर
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है। इसकी स्थापना 11वीं सदी में चोल राजा कुलोत्तुंग चोल प्रथम ने की थी। बाद में इसका विस्तार 1336 में विजयनगर साम्राज्य में किया गया। यह एक ऐसा मंदिर है जिसके बीचों बीच नदी बहती है और यहां भगवान गणेश की बहुत विशाल और अनूठी मूर्ति है जो अपने आप बढ़ती रहती है। (Photo Source: srikanipakadevasthanam.org) -
मनाकुला विनायगर मंदिर, पुडुचेरी
मनाकुला विनायगर मंदिर भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर के बारे में प्रसिद्ध है की 1666 में यहां फ्रांसीसियों के आने से भी पहले इस मंदिर का निर्माण हुआ था। इस मंदिर के साथ एक अनोखी कहानी जुड़ी है। कहते हैं पुडुचेरी में फ्रांसीसी शासन के दौरान कई बार इस मंदिर पर हमले के प्रयास हुए और कई बार मंदिर में स्थापित गणपति प्रतिमा को समुद्र में डुबोया गया, पर हर बार यह अपने स्थान पर वापस आ जाती थी। (Photo Source: manakulavinayagartemple.com) -
मधुर महागणपति मंदिर, केरल
गणेशजी के प्राचीन मंदिरों में से एक मधुर महागणपति मंदिर केरल के कासरगोड जिले में मधुर वाहिनी नदी के तट पर स्थित है। यहां मधुर महागणपति नाम का एक मंदिर है। इसका इतिहास 10वीं शताब्दी का माना जाता है। शुरुआत में यहां शिवजी का ही मंदिर था, लेकिन बाद में ये गणेशजी का मुख्य मंदिर बन गया। (Photo Source: temple.dinamalar.com)
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