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देश भर में आज नेशनल स्पेस डे सेलिब्रेट किया जा रहा है। दरअसल, पिछले साल 23 अगस्त को यानी आज ही के दिन भारत ने चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करके चौथा देश बनने का गौरव हासिल किया था।
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आज के दिन इसरो का चंद्रयान-3 का विक्रम रोवर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड किया था। इसके साथ ही चांद के दक्षिणी ध्रुव पर जाने वाला भारत पहला देश बना।
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लेकिन क्या आप जानते हैं की इस मिशन का नाम पहले चंद्रयान नहीं था। चलिए जानते हैं कि चंद्रयान को ये नाम कब और किसने दिया था।
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आपको बता दें, चंद्रयान को पहले चंद्रयान नहीं बल्कि सोमयान नाम से जाना जाता था। लेकिन साल 1999 में अटल सरकार ने इसका नया नामकरण किया था।
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उस समय केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी। उनकी सरकार ने चंद्रयान मिशन को मंजूरी दी थी। पहले इस मिशन का नाम वैज्ञानिकों ने ‘सोमयान’ नाम सुझाया था।
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मगर अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे बदलकर चंद्रयान करने को कहा। दरअसल, इस मिशन का पहला नाम ‘सोमयान’ एक संस्कृत कविता से प्रभावित था।
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लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मिशन का नाम सोमयान से चंद्रयान करने को लेकर कहा था कि ‘चूंकि देश अब एक आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है, इसलिए भारत अब चंद्रमा पर कई खोजी यात्राएं करेगा।’
(Photos Source: @isro/Twitter)
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