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Budget 2018, Union Budget 2018 Highlights (आम बजट 2018): वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2018-19 का आम बजट पेश किया। लगभग 2 घंटे के अपने भाषण में जेटली ने बजट के मुख्य बिंदु गिनाएं। बजट की मुख्य घोषणाएं इस प्रकार हैं: रेलवे को 1.48 लाख करोड़ रुपये का आवंटन; स्वास्थ्य, परिवार सुरक्षा को 52,800 करोड़; रक्षा मंत्रालय को 2,95,511 करोड़ का आवंटन; 70 लाख रोजगार सृजन का वादा; आयकर दरों में कोई राहत नहीं, एक फीसदी उपकर में बढ़ोतरी; उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ महिलाओं को निशुल्क गैस कनेक्शन; सौभाग्य योजना के तहत गरीबों को चार करोड़ बिजली कनेक्शन; खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को बढ़ाकर उत्पादन लागत का 1.5 गुना करने का ऐलान; राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (आयुष्मान भारत) के तहत देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा; एलटीसीजी कर शून्य से बढ़ाकर 10 फीसदी और अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं भी हैं विभिन्न अखबारों ने अलग-अलग सुर्खियां देकर बजट का निचोड़ पेश करने की कोशिश की है। तो चलिए नजर डालते हैं इन सुर्खियों पर। (Photo Source: PTI)
इंडियन एक्सप्रेस- "Economics with Politics" खबर के शुरुआती हिस्से में अखबार ने लिखा है कि लोक सभा चुनाव (2019) से पहले सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को तरजीह दी है। फाइनैंशियल एक्सप्रेस- "JAI KISAN, JAI JAWAN" यहां जवान से अखबार का तात्पर्य सेना के जवान से नहीं बल्कि बेरोजगार युवाओं से है। जनसत्ता- "सरकार का सेहतमंद बजट" जनसत्ता लिखता है कि बजट के जरिए सरकार ने आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी का बिगुल बजा दिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया- "IT All ADDS UP TO 2019" साथ ही अखबार ने क्रिएटिव अंदाज में 'बजटनाट्यम' लिखा है और इसके जरिए बजट के 9 प्रमुख बिंदू गिनाने की कोशिश की है। इकोनॉमिक टाइम्स- "FM Prescribe Modicare for Bharat" अखबार ने फ्रंट पेज पर 'निवेशकों', 'ग्राहकों', 'टैक्सपेयर' और 'आम आदमी' के लिए बजट को छोटे बिंदुओं में समझाने की कोशिश की है। हिंदुस्तान टाइम्स- "18 GOING ON 19" हेडलाइन के जरिए इस अखबार ने भी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तैयार किया गया बजट होने का इशारा किया है। दैनिक भास्कर (बजट भास्कर)- "आजादी के बाद पहली बार सबसे अलग बजट" अखबार ने लिखा है कि मोदी सरकार ने चुनाव पूर्व आखिरी पूर्ण बजट दो हिस्सों में बांट दिया है। एक तरफ लिखा है, "गरीब किसान भाइयों जीते रहो" और दूसरी तरफ लिखा है "…और मिडिल क्लास जीवित रहो" इसके जरिए अखबार ने मध्यवर्ग के लिए कोई अहम घोषणा न होने की बात को प्रमुखता से उठाया है। नवभारत टाइम्स- "सुन चुनावी धुन" ये हेडलाइन देकर NBT ने भी बजट के जरिए बीजेपी द्वारा चुनावी तैयारी करने की ओर इशारा किया है। साथ ही लिखा है 'गरीबों को लुभाने की कवायद'। दैनिक जागरण- "मेरा गांव मेरा देश" अखबार ने केंद्रीय बजट 2018 में ग्रामीण इलाकों को तरजीह देने की बात प्रमुखता से उठाई है। अमर उजाला- "आयुष्मान भव जय श्रीग्राम, मिडिल क्लास खाली हाथ" इसके जरिए अमर उजाला ने भी बजट आवंटन में मध्यवर्ग, गरीब और ग्रामीण इलाकों के बीच बढ़ी खाई की ओर इशारा किया है।