
26 जनवरी से जारी बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह रविवार को समाप्त हो गया और इस मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पारंपरिक बग्गी की सवारी की। (PTI) 
प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल की यह उनकी आखिरी सवारी थी। (PTI) -
बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम में सेना के विभिन्न बैंड्स ने शानदार धुनें बजायीं। विजय चौक पर आयोजित कार्यक्रम में इस साल 16 सैन्य बैंड और ड्रम बैंड ने भाग लिया। विभिन्न बैड्स द्वारा बजायी गयी धुनों ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। (PTI)

सेना के बैंड द्वारा प्रस्तुत 'मेरा मुल्क, मेरा देश, मेरा यह वतन' को समारोह में मौजूद लोगों ने काफी सराहा. बेहतरीन तरीके से संयोजित मार्च पास्ट के साथ पेश किए गए 'जय भारती' ने भी लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। (PTI) -
इस मौके पर आसमान भी साफ था और मौसम का मिजाज भी बेहतर था। थल सेना, वायुसेना और नौसेना के बैंड्स की देशभक्ति के जोश से भरी प्रस्तुतियों से दर्शक रोमांचित हो गए। (PTI)
-
इस रंगारंग कार्यक्रम को देखने के लिए खासी संख्या में दर्शक मौजूद थे और उन्होंने राष्ट्रपति का अभिभादन किया। (PTI)

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और तीनों सेनों के सर्वोच्च कमांडर मुखर्जी ने भी दर्शकों के अभिवादन का जवाब दिया। (PTI) -
कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और उनकी पत्नी सलमा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और वी के सिंह भी शामिल हुए। (PTI)
-
मुखर्जी 2012 में राष्ट्रपति बने और 2014 के बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम में बग्गी को फिर से शामिल किया गया था। इसके पहले सुरक्षा कारणों से करीब तीन दशकों से सार्वजनिक समारोहों में बग्गी का उपयोग नहीं किया जा रहा था। हालांकि 2015 में राष्ट्रपति अपनी लिमोजिन से आए थे। (PTI)
-
इस दौरान विजय चौक के खूबसूरत नजारे की रौनक देखते ही बनती थी। (PTI)
-
इंडियन एयरफोर्स के जवान (PTI)
-
बीटिंग रिट्रीट के दौरान सभी का अभिवादन करते पीएम मोदी। (PTI)
-
समारोह के दौरान भारतीय घोड़सवार (PTI)