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पैर में चोट के बाद भी हिम्मत न हारने वाली भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने सोमवार को मैट पर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। विनेश ने 18वें एशियाई खेलों में 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जापान की इरि युकी को मात देकर पहला स्वर्ण पदक हासिल किया। विनेश एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनी हैं। उन्होंने 2014 में इंचियोन में खेले गए पिछले संस्करण में कांस्य पदक जीता था। इस बार वह अपने पदक का रंग बदलने में सफल रहीं। (All Photos- Reuters/ All India Radio Twitter)
राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाली विनेश ने शुरू से ही जापानी खिलाड़ी को दबाव में रखा। -
23 साल की विनेश ने पहले राउंड में शुरुआत में चार अंक लिए। इसके बाद विनेश ने जापानी खिलाड़ी को मैट पर गिराया, लेकिन जापानी खिलाड़ी ने शानदार डिफेंस करते हुए अपने कंधों को जमीन पर नहीं लगने दिया।
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पहले राउंड में विनेश 4-0 से आगे थीं। दूसरे राउंड में विनेश ने अपने मजबूत डिफेंस से समय जाया किया। इसी बीच इरी एक अंक लेने में सफल रहीं।
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अंत में विनेश ने इरी को पटखनी देते हुए दो और अंक लेकर 6-2 से मुकाबला अपने नाम कर पहली बार सोने का तमगा अपने गले में डाला।
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विनेश को सेमीफाइनल मैच में पैर में चोट लग गई थी बावजूद इसके वो रुकी नहीं और फाइनल में दमदार प्रदर्शन करने में सफल रहीं।
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विनेश फोगाट भी गीता फोगाट, बबिता फोगाट के कजिन सिस्टर हैं। गोता, बबिता दोनो ही इंटरनेशनल पहलवान हैं, जो कॉमनवेल्थ हेम्स में मेडल हाासिल कर चुकी हैं। अब उनकी बहन विनेश फोगाट भी गोल्ड मेडलिस्ट बन गई हैं।