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बेंगलुरु के रहने वाले अर्जुन कामथ ने अपनी नई फोटो स्टोरी 'अवनी' जारी की है। लॉस एंजिल्स में फिल्म और टेलीविजन की पढ़ाई कर रहे अर्जुन की यह दूसरी फोटो स्टोरी है। इससे पहले उन्होंने पिछले साल 'कमिंग आउट' नाम से पहले फोटो स्टोरी जारी की थी। 'अवनी' के लिए अर्जुन एक महीने से फोटो सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने इस साल जनवरी में तीन दिन तक कुर्ग में शूटिंग की। 'अवनी' ऐसी लड़की की कहानी है जो पितृसत्ता और लड़की को बोझ समझने की विचारधारा के बीच में फंसी हुई है। यह कहानी मध्य भारत में विमला नदी किनारे बसे प्रवाध नाम की फिक्शनल जगह की है। कहानी की नायिका अवनी है जो मजबूत इरादों वाली लड़की है। जो पढ़ना चाहती है लेकिन सामाजिक दबाव के चलते उसे शादी को मजबूर होना पड़ता है।
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अवनी के माता-पिता उसके लड़के की तलाश शुरू कर देते हैं। प्रवाध के सबसे धनी परिवारों में से एक सायन के बेटे आदिशेष से उसका रिश्ता तय होता है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी के परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं होती है। लेकिन आदिशेष अवनी की सुंदरता से मोहित होकर उससे शादी करने का फैसला करता है। हालांकि शादी में दहेज न मिलने से उसकी सौतेली मां गुरु ताई इससे खुश नहीं होती। (Photo: Arjun Kamath)
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शादी के मंडप में अवनी और आदिशेष। पास खड़े हैं अवनी और आदिशेष के माता-पिता। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी और आदिशेष की शादी आखिरकार हो ही जाती है। (Photo: Arjun Kamath)
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माता-पिता से अलग होने के चलते अवनी भावुक हो जाती है। पिता के गले लगकर वह रो पड़ती है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी पति के साथ माता-पिता को छोड़कर चली जाती है। वहीं उसके सास-ससुर दहेज गिनते हैं। (Photo: Arjun Kamath)
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ससुराल में गुरु ताई अवनी से बुरा व्यवहार करती है। अवनी जब पूजा की तैयारी कर रही होती है उसी समय गुरु ताई उससे पैर दबाने के लिए कहती है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी बाद में देखती है कि घर में कोई नहीं है। तब वह पूजा करने का फैसला करती है। (Photo: Arjun Kamath)
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आदिशेष देखता है कि उसकी मां अवनी से बुरा व्यवहार करती है और दोषी महसूस करता है। (Photo: Arjun Kamath)
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गुरु ताई अवनी को पूजा करते देखती है तो उस पर गुस्सा हो जाती है और चिल्लाती है। इस सबसे बेखबर आदिशेष जंगल में काम कर रहा होता है। (Photo: Arjun Kamath)
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गुरु ताई अवनी की पूजा की थाली को पटक देती है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी जंगल में जाने का फैसला करती है। इसी दौरान जंगल में एक मादा भेडि़या शिकार की ताक में बैठी होती है। (Photo: Arjun Kamath)
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मादा भेडि़या आदिशेष पर हमले की ताक में होती है और हमला कर देती है। अवनी तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए भेडि़ए को मार देती है। (Photo: Arjun Kamath)
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मादा भेडि़या आदिशेष पर हमले की ताक में होती है और हमला कर देती है। अवनी तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए भेडि़ए को मार देती है। (Photo: Arjun Kamath)
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आदिशेष अपनी जान बचाने के लिए अवनी का आभारी हो जाता है। (Photo: Arjun Kamath)
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जंगल से लौटने पर गुरु ताई आदिशेष की तारीफ करती है और उसका स्वागत करती है। (Photo: Arjun Kamath)
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इस दौरान जमकर उत्साह मनाया जाता है। लोग एक दूसरे पर रंग डालते हैं और जश्न मनाते है। (Photo: Arjun Kamath)
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कई महीने गुजर जाते हैं और अवनी अपने आप को माहौल में ढाल लेती है। एक दिन सुबह ताई अवनी से तुलसी पूजा को कहती है। ताई की बीमारी के चलते आदिशेष अवनी की घर के कामों में मदद करता है। (Photo: Arjun Kamath)
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अचानक अवनी बेहोश हो जाती है और गिरने लगती है। इसी दौरान आदिशेष उसे संभाल लेता है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी आदिशेष को बताती है कि वह मां बनने वाली है। (Photo: Arjun Kamath)
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इस बात से आदिशेष काफी खुश होता है और नाचने लगता है। (Photo: Arjun Kamath)
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(Photo: Arjun Kamath)
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गुरु ताई प्रवाध के मुख्य ज्योतिषाचार्य मुख बाबा से पूछती है कि लड़का होगा या लड़की। मुख बाबा कहते हैं कि वह अवनी से दूर रहे। (Photo: Arjun Kamath)
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इस दौरान आदिशेष का अवनी के प्रति प्रेम और बढ़ जाता है। (Photo: Arjun Kamath)
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इस दौरान आदिशेष का अवनी के प्रति प्रेम और बढ़ जाता है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी चारदीवारी में रहने से परेशान हो जाती है। वह आदिशेष से बाहर ले जाने को कहती है। दोनों जंगल में जाते हैं। (Photo: Arjun Kamath)
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जंगल में ही अवनी को लेबर पेन शुरू हो जाता है। (Photo: Arjun Kamath)
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वहीं पर वह बच्ची को जन्म देती है। वे उसका नाम सूर्या रखते हैं। (Photo: Arjun Kamath)
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जब वे घर पर गुरु ताई का आर्शीवाद लेने आते हैं तो वह अवनी और सूर्या को कोसती है। लेकिन इस समय में भी आदिशेष पत्नी और बेटी के साथ खड़ा रहता है और घर छोड़ देता है। (Photo: Arjun Kamath)
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आदिशेष बदली परिस्थितियों के लिए खुद को दोषी मानता है। लेकिन अवनी कहती है कि वह खुश है उसके साथ पति और बेटी है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी को खुश करने के लिए आदिशेष नाचता है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी को प्यास लगती है तो आदिशेष विमला नदी से पानी लाने चला जाता है। अवनी और सूर्या को अकेले छोड़ने से वह चिंतित होता है लेकिन उसके पास और कोई विकल्प नहीं होता। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी पेड़ किनारे बेटी सूर्या के साथ लेट जाती है। भगवान का नाम लेती हुई वह सो जाती है। (Photo: Arjun Kamath)
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जिस समय आदिशेष और अवनी जंगल में आते हैं उसी समय ताई उन्हें मारने की योजना बनाती है। जब अवनी सो रही होती है तो ताई के आदमी उसे घेर लेते हैं। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी दोनों आदमियों पर हमला बोल देती है। उन्हें गिराकर वह जंगल में भाग जाती है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी दोनों आदमियों पर हमला बोल देती है। उन्हें गिराकर वह जंगल में भाग जाती है। (Photo: Arjun Kamath)
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ताई के आदमी अवनी का पीछा करते हैं। वे ताई के आदेश पर अवनी को पीटते हैं। (Photo: Arjun Kamath)
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(Photo: Arjun Kamath)
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इस दौरान ताई आदिशेष को काल कुटीर ले जाने के लिए अपने आदमियों को भेज देती है। काल कुटीर में बुरी आत्माओं से दुखी लोगों को रखा जाता है। (Photo: Arjun Kamath)
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ताई अवनी से सूर्या को छीन लेती है और उसे कश्यपी की जमीन पर रख देती है। इसी समय अवनी हंसने लगती है। (Photo: Arjun Kamath)
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ताई जब बच्चे के सिर को कुचलती है तो अवनी जोर जोर से हंसने लग जाती है। ताई देखती है कपड़े में बच्ची नहीं और पत्थर रखे हुए हैं। (Photo: Arjun Kamath)
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वह अवनी से बच्ची के बारे में पूछती है लेकिन उसे जवाब नहीं मिलती। वह कहती है कि तुम्हे सूया कभी नहीं मिलेगी। ताई अवनी को मार देती है। (Photo: Arjun Kamath)
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अवनी सूर्या को नदी में बहा देती है। जहां पर वह नदी के दूसरे किनारे बसे गांव की एक निसंतान दंपत्ती को मिलती है। जब अवनी ताई के आदमियों को मारकर जंगल में भागती है उसी समय वह सूर्या को बहाती है। (Photo: Arjun Kamath)