-
प्रयागराज में बाघंबरी मठ के आचार्य नंरेद्र गिरी के निधन के बाद उनके शिष्य आनंद गिरी पुलिस की गिरफ्त में हैं। आइए जानते हैं कैसे राजस्थान में जन्मा एक लड़का आनंद गिरी बना जिसपर अपने ही गुरु की हत्या के आरोप लग रहे हैं:
-
38 साल के आनंद गिरी प्रयागराज में संगम के किनारे बड़े हनुमान जी के मंदिर में पुजारी हैं। आनंद गुरु खुद को आध्यात्मिक गुरु और योग गुरु भी बताते हैं।
-
आनंद गिरी लग्जरी लाइफस्टाइल के शौकीन हैं। सोशल मीडिया में उनकी कई तस्वीरें वायरल हैं जिन्हें देख के उनकी लाइफस्टाइल का अंदाजा लगाया जा सकता है।
-
आनंद गिरी का जन्म राजस्थान में भीलवाड़ा के निम्न मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। 12 साल क उम्र में उन्होंने घर छोड़ दिया और हरिद्वार चले गए। आनंद गिरी कहते हैं कि उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है।
-
बाद में आनंद गिरी बाघंबरी मठ में नरेंद्र गिरी के खास शिष्य बन गए। आनंद गिरी की लाइफस्टाइल को लेकर कई बार नरेंद्र गिरी से लोगों ने शिकायत भी की लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया।
-
समय के साथ नरेंद्र गिरी और आनंद गिरी के रिश्तों में दरार पड़ने लगी। साल 2021 के शुरुआत में आनंद गिरी ने अपने ही गुरु नरेंद्र गिरी पर मठ की जमीन अवैध तरीके से बेचने का आरोप लगा सनसनी फैला दी।
-
आनंद गिरी के समर्थकों द्वारा लगातार खुद पर हो रहे हमले को देखते हुए नरेंद्र गिरी ने उन्हें मठ से बर्खास्त कर दिया। कहा जाता है कि आनंद गिरी ने राष्ट्रपति से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी तक को खत लिखकर नरेंद्र गिरी की गतिविधियों की जांच कराने की अपील की थी।
-
हालांकि नरेंद्र गिरी के निधन से दो महीने पहले ही मठ की तरफ से एक वीडियो जारी कर कहा गया कि आनंद गिरी ने अपनी गलतियों के लिए माफी मांग ली है। उन्हें माफ करके दोबारा से मठ की सदस्यता दे दी गई है।
-
अब नरेंद्र गिरी के निधन और आनंद गिरी पर अपने गुरु की हत्या के आरोपों के साथ इस अध्याय पर विराम लग गया है।
-
Photos: Social Media
