उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके मद्देनज़र सभी राजनीतिक दलों की तैयारियां जोरो पर है। एक तरफ जहां अखिलेश यादव 400 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर बीजेपी को पटखनी देने की बात कह रहे हैं। इन सबके बीच अखिलेश यादव का कहना है कि चाचा शिवपाल यादव उन्हें इस चुनाव में समर्थन देंगे। जबकि एक समय पर चाचा-भतीजे में नहीं बनने की वजह से चाचा ने अपना रास्ता अलग कर लिया था और उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी। समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद शिवपाल यादव का गुस्सा फूट पड़ा था और उन्होंने कहा था कि सपा चोर उच्चकों की पार्टी बन गई है। बात साल 2017 की है जब विधानसभा चुनाव के वक्त सपा परिवार में भूचाल आ गया था। कभी अखिलेश के करीबी रहे उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव अलग हो गए थे। शिवपाल यादव के दिल में आज भी समाजवादी पार्टी के लिए एक खास जगह है। ये जगह भतीजे अखिलेश की वजह से नहीं बल्कि भाई मुलायम सिंह यादव की वजह से है। पार्टी से अलग होने के बाद शिवपाल यादव का गुस्सा फूट पड़ा था और उन्होंने समाजवादी पार्टी को चोर उच्चको की पार्टी बताया था। उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी लोहिया, चौधरी चरण सिंह और नेताजी के विचारों पर चलने वाली पार्टी थी, लेकिन अब वो पार्टी पूरी तरह भटक गई है। उन्होंने कहा था कि नेताजी ने बड़ी मेहनत से इस पार्टी का गठन किया था, लेकिन इन लोगों ने पार्टी को बर्बाद कर दिया है। बता दें कि अखिलेश यादव से खफा होकर और चाचा भतीजे के बीच आई दूरियों के बाद ही शिवपाल यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया था। (All Images: Indian Express Archieve and PTI)
