स्मृति ईरानी को 'DEAR' कहकर चर्चा में आए बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी अब बिहार में कांग्रेसियों के हीरो बन गए हैं। बिहार में कांग्रेसियों द्वारा उनका स्वागत करने के फोटो सामने आ रहे हैं। इसमें दिख रहे पोस्टर्स में भी DEAR लिखा हुआ है। इससे पहले मंगलवार (14 जून) को DEAR कहने पर हुई बहस के बाद सोशल मीडिया पर उदित राज, शरद शादव और बंडारू दत्तात्रेय के लेटर भी सामने आए थे। इन तीनों में स्मृति ईरानी को DEAR कहकर संबोधित किया गया था। देखिए कौन से थे वे लेटर- -
ट्विटर पर मंगलवार को बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने लिखा था- डियर स्मृति ईरानी जी… कभी राजनीति और भाषण से वक्त मिले तो शिक्षा नीति की तरफ भी ध्यान दें। थोड़ी देर बाद फिर एक ट्वीट किया- डियर स्मृति ईरानीजी, हमें नई एजुकेशन पॉलिसी कब मिलेगी…? आपके कैलेंडर में 2015 कब खत्म होगा।
अशोक चौधरी के ट्वीट पर स्मृति ईरानी ने जवाब दिया-महिलाओं को कब से 'डियर' कहकर संबोधित करने लगे अशोकजी? इस पर चौधरी ने कहा-यह बेइज्जती करने के लिए नहीं बल्कि सिखाने के लिए है। प्रोफेशनल तरीके से किए गए ईमेल 'डीयर' शब्द से शुरू होते हैं। स्मृतिजी कभी तो मुद्दे पर जवाब दीजिए। इधर-उधर मत घुमाइए।' स्मृति ने कहा- मैं तो अपनी हर बातचीत में सभी के लिए 'आदरणीय' शब्द का ही इस्तेमाल करती रही हूं। इसके बाद बिहार की एजुकेशन पॉलिसी पर पलटवार करते हुए स्मृति ने कहा- 'बिहार संभवत: अकेला स्टेट है जिसने ग्राउंड लेवल पर बातचीत नहीं की है।' इस पर स्टेट्स के सजेशंस नहीं मिले हैं। चौधरी ने कहा-मैं अपील करता हूं कि हमारी मीटिंग को पब्लिक कर दें… दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।' स्मृति ईरानी ने एक और ट्वीट किया-आपको सच में एजुकेशन पॉलिसी की चिंता है तो बिजी शेड्यूल से थोड़ा वक्त इसके लिए भी निकालें। फिर अशोक चौधरी ने लिखा, स्मृतिजी ने मोदी से बहुत कुछ सीखा है..झूठे वादे और कुछ कर पाने की जिम्मेदारी दूसरों पर डाल देना..। हालांकि विवाद बढ़ता देख डियर शब्द के लिए उन्होंने मांफी मांग ली। साथ ही, कहा- प्रोफेशनल बातचीत की शुरुआत डियर शब्द से होती है।
