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भारत की प्राचीन संस्कृति और धर्म से जुड़े कई भव्य मंदिर विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। इनकी अद्भुत वास्तुकला, धार्मिक महत्व और ऐतिहासिक गाथाएं इन्हें और भी खास बनाती हैं। आइए जानते हैं भारत के 8 ऐसे ऐतिहासिक मंदिरों के बारे में, जिनकी भव्यता और स्थापत्य कला आपको अचंभित कर देगी।
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स्वर्ण मंदिर, अमृतसर
स्वर्ण मंदिर सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल है। इसका मुख्य ढांचा सोने से मढ़ा हुआ है, जो इसे दुनिया का सबसे अनूठा धार्मिक स्थल बनाता है। मंदिर चारों ओर से अमृत सरोवर से घिरा हुआ है, जिसे पवित्र जल का स्रोत माना जाता है। इसकी वास्तुकला में हिंदू और इस्लामिक शैली का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है। -
लोटस टेम्पल, दिल्ली
दिल्ली स्थित लोटस टेम्पल बहाई धर्म का प्रमुख पूजा स्थल है और अपनी अनोखी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। सफेद संगमरमर से निर्मित यह मंदिर कमल के फूल की आकृति में बनाया गया है। इसकी विशेषता यह है कि यहां किसी भी धर्म के लोग शांति और ध्यान के लिए आ सकते हैं। -
मीनाक्षी मंदिर, मदुरई
मदुरई स्थित मीनाक्षी मंदिर देवी मीनाक्षी और भगवान सुंदरेश्वर को समर्पित है। यह मंदिर अपनी भव्य गोपुरम (द्वारमीनार) और हजारों मूर्तियों से सुसज्जित है। इसके विशाल प्रांगण और जटिल नक्काशीदार खंभे इसे द्रविड़ शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण बनाते हैं। -
रामनाथस्वामी मंदिर, रामेश्वरम
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे दक्षिण भारत की द्रविड़ स्थापत्य कला का उत्तम उदाहरण माना जाता है। यह मंदिर अपने 1000 से अधिक खंभों वाले भव्य गलियारों के लिए प्रसिद्ध है, जो भारत के सबसे लंबे मंदिर गलियारे हैं। मान्यता है कि भगवान राम ने लंका जाने से पहले यहां शिवलिंग की स्थापना की थी। -
सोमनाथ मंदिर, गुजरात
सोमनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। अरब सागर के किनारे स्थित यह मंदिर अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। इस मंदिर को कई बार ध्वस्त किया गया और फिर से निर्मित किया गया, लेकिन इसकी भव्यता और श्रद्धा आज भी अडिग है। -
सूर्य मंदिर, कोणार्क
ओडिशा में स्थित कोणार्क का सूर्य मंदिर भारत की प्राचीन वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह मंदिर एक विशाल रथ के आकार में बना हुआ है, जिसमें 24 नक्काशीदार पहिए और सात घोड़े हैं। यह मंदिर सूर्य देवता को समर्पित है और अपनी जटिल नक्काशी और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है। -
जगन्नाथ मंदिर, पुरी
पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर भगवान विष्णु के श्रीकृष्ण अवतार को समर्पित है। यह मंदिर अपनी भव्यता और विशाल रथ यात्रा के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस मंदिर के प्रमुख आकर्षणों में 120 छोटे-बड़े मंदिर, मुख्य प्रवेश द्वार पर स्थापित दो विशाल सिंह प्रतिमाएं और एक विशाल एकल-शिला स्तंभ शामिल हैं। -
विरुपाक्ष मंदिर, हम्पी
हम्पी का विरुपाक्ष मंदिर विजयनगर साम्राज्य की भव्यता को दर्शाता है। इस मंदिर की गगनचुंबी गोपुरम, बारीक नक्काशी और विशाल प्रांगण इसे वास्तुकला की दृष्टि से एक अनमोल धरोहर बनाते हैं। हम्पी का यह मंदिर आज भी सक्रिय पूजा स्थल है और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल है।