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देश ने 26 जनवरी 2025 को 76वें गणतंत्र दिवस की भव्य परेड का आयोजन किया। इस अवसर पर कर्तव्य पथ पर सांस्कृतिक, सैन्य और ऐतिहासिक धरोहरों का अनूठा प्रदर्शन हुआ। (Express Photo)
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो (मुख्य अतिथि), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने इस भव्य आयोजन में शिरकत की। (Express Photo)
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरंगा फहराकर राष्ट्रगान की धुन के साथ परेड का शुभारंभ किया। (Express Photo)
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इसके बाद 21 तोपों की सलामी दी गई। भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टरों ने पुष्प वर्षा करते हुए सभी का स्वागत किया। (Express Photo)
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इस बार इंडोनेशिया के 352 सदस्यीय मार्चिंग दस्ते और बैंड ने पहली बार भारतीय गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया, जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया। (Express Photo)
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परेड की शुरुआत भारतीय वायुसेना के 129 हेलीकॉप्टरों द्वारा पुष्प वर्षा से हुई। (Express Photo)
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सांस्कृतिक कलाकारों का प्रदर्शन: 300 सांस्कृतिक कलाकारों ने वाद्ययंत्रों पर ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन बजाई। (Express Photo)
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इंडोनेशियाई बैंड का प्रदर्शन: इंडोनेशिया का सैन्य बैंड अपने अनुशासन और राष्ट्रीय गौरव का प्रदर्शन करने आया। (Express Photo)
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इंडोनेशिया का मार्चिंग दल: इंडोनेशिया की सैन्य बैंड और मार्चिंग टुकड़ी ने परेड में हिस्सा लिया यह पहली बार था जब इंडोनेशिया का 352 सदस्यीय मार्चिंग दल परेड का हिस्सा बना। (Express Photo)
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विविधता में एकता का प्रदर्शन: इंडोनेशियाई सैन्य दल ने ‘भिन्नेका तुंगगल इका’ (विविधता में एकता) का संदेश दिया। (Express Photo)
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राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की यात्रा: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो परेड के लिए बग्गी में यात्रा करते हुए कर्तव्य पथ पहुंचे। (Express Photo)
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IAF का त्रिशूल फॉर्मेशन: भारतीय वायुसेना के तीन सुखोई-30 विमानों ने ‘त्रिशूल’ फॉर्मेशन में उड़ान भरी। (Express Photo)
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एपाची हेलीकॉप्टर की उड़ान: तीन एपाची हेलीकॉप्टरों ने ‘प्रचंड’ फॉर्मेशन में उड़ान भरी। (Express Photo)
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वायुसेना के प्रदर्शन: ‘त्रिशूल’ और ‘प्रचंड’ जैसे फॉर्मेशन ने दर्शकों को रोमांचित किया। (Express Photo)
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भारतीय सेना की केलवरी टुकड़ी: भारतीय सेना की केलवरी टुकड़ी ने परेड में भाग लिया। (Express Photo)
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BSF का ऊंट बैंड: सीमा सुरक्षा बल का ऊंट बैंड कर्तव्य पथ पर मार्च करता हुआ दिखाई दिया। (Express Photo)
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रेल सुरक्षा बल की मार्चिंग टुकड़ी: रेलवे सुरक्षा बल की टुकड़ी भी परेड का हिस्सा बनी। (Express Photo)
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पशुपालन विभाग की झांकी: भारत की दुग्ध उत्पादन क्षमता को प्रदर्शित करने वाली झांकी। (Express Photo)
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IMD की चक्रवात झांकी: चक्रवात ‘दाना’ के प्रभाव और उन्नत मौसम पूर्वानुमान का प्रदर्शन। (Express Photo)
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DRDO की मिसाइल प्रणाली: सतह से सतह पर मार करने वाली ‘प्रलय’ मिसाइल का प्रदर्शन। (Express Photo)
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भारतीय तटरक्षक बल की झांकी: भारतीय तटरक्षक बल की समर्पण और समुद्री सुरक्षा पर आधारित झांकी। (Express Photo)
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तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी: भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के समन्वित अभियान का प्रदर्शन। (Express Photo)
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भारतीय नौसेना की झांकी: भारत के समर्पित और आत्मनिर्भर नौसेना के प्रतीक के रूप में INS सूरत, INS नीलगिरी, और INS वाघशीर का प्रदर्शन। (Express Photo)
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अग्निबाण मिसाइल: मल्टी बैरल रॉकेट लांचर अग्निबाण का प्रदर्शन। (Express Photo)
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मंत्रालयों की झांकियां: विभिन्न मंत्रालयों द्वारा अपनी उपलब्धियों और योजनाओं की झांकियों का प्रदर्शन। (Express Photo)
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सामाजिक न्याय मंत्रालय की झांकी: भारत के संविधान और उसकी योगदान को दर्शाने वाली झांकी। (Express Photo)
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जनजातीय कार्य मंत्रालय की झांकी: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और आदिवासी समुदाय के योगदान को दर्शाती झांकी। (Express Photo)
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ग्रामीण विकास मंत्रालय की झांकी: लखपति दीदी योजना और महिलाओं की आर्थिक सशक्तीकरण की झांकी। (Express Photo)
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महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की झांकी: महिलाओं और बच्चों के सशक्तिकरण की योजना का उत्सव।
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वित्तीय सेवा विभाग की झांकी: बैंकिंग सेवाओं की आधुनिकीकरण और ग्रामीण विकास को दर्शाती झांकी।
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मध्यप्रदेश की झांकी: ‘चीता द प्राइड ऑफ इंडिया’ थीम पर आधारित, चीता पुनर्वास कार्यक्रम को दर्शाया।
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आंध्र प्रदेश की झांकी: एटिकोप्पका गांव के पारंपरिक खिलौनों की कला का प्रदर्शन और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। (Express Photo)
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उत्तर प्रदेश की झांकी: महाकुंभ 2025 की झलक और राज्य की सांस्कृतिक धरोहर प्रस्तुत की गई। (Express Photo)
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दादरा एवं नगर हवेली की झांकी: मछली पकड़ने और वन्य जीवन को प्रदर्शित करती झांकी। (Express Photo)
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गुजरात की झांकी: 12वीं सदी के कीर्ति तोरण और वडोदरा स्थित परिवहन विमान विनिर्माण इकाई की झांकी।
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त्रिपुरा की झांकी: 14 देवताओं की पूजा और चिरस्थायी श्रद्धा का प्रतीक झांकी।
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भारतीय सेना का प्रदर्शन: आधुनिक हथियारों जैसे T-90 भीष्म टैंक, नाग मिसाइल और ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का प्रदर्शन।
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सीमावर्ती सुरक्षा बल की झांकी: देश की सुरक्षा और सीमा संरक्षण की परेड। (Express Photo)
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आधुनिक हथियार प्रणाली: आकाश मिसाइल, ब्रह्मोस और पिनाका मिसाइल का प्रदर्शन। (Express Photo)
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कुशल नेतृत्व का प्रतीक: झांकी में भारतीय संविधान और इसके अनुच्छेदों का महत्व। (Express Photo)
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आधुनिक प्रौद्योगिकी का योगदान: नई तकनीकी पहल जैसे यूपीआई, वित्तीय साक्षरता और बैंकिंग सेवाओं का प्रदर्शित करना। (Express Photo)
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सशस्त्र बलों की बहुमुखी भूमिका: थलसेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त शक्ति का प्रदर्शन। (Express Photo)
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नारी सशक्तीकरण की दिशा: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की योजनाओं का प्रदर्शन। (Express Photo)
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राष्ट्रीय एकता का प्रतीक: विविधता में एकता का संदेश देती परेड। (Express Photo)
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आधुनिक रक्षा उपकरण: आर्म्ड फोर्सेस द्वारा प्रदर्शित नए रक्षा उपकरणों की प्रभावी शक्ति। (Express Photo)
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