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जापान के पश्चिमी शहर ओसाका में आज सुबह भीषण भूकंप आने से नौ वर्षीय बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक अन्य लोग घायल हो गये। टेलीविजन पर प्रसारित तस्वीरों में नजर आ रहा है कि मकान हिल रहे हैं और पानी की पाइपें फट रही हैं एवं उनमें से पानी का फव्वारा निकल रहा है। वैसे अधिक विध्वंस नहीं हुआ है और सुनामी की चेतावनी भी जारी नहीं की गयी है। हालांकि बड़ी संख्या में यात्री फंस गये और बिजली गुल हो गयी। स्थानीय पुलिस ने बताया कि तकातसुकी शहर में नौ साल की एक बच्ची की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भूकंप से स्कूल की दीवार ढ़ह गई और बच्ची मलबे में दब गई। भूकंप की तीव्रता 5.3 थी। (All Photos- AP)
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सरकारी अधिकारियों के अनुसार जिन दो अन्य व्यक्तियों की मौत की खबर है वे दीवार ढहने एवं आलमारी के नीचे दब जाने से मर गये। अग्निशमन एवं आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि 200 से अधिक अन्य लोग घायल भी हो गये।
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प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार एकजुट हो कर लोगों की जान बचाने के प्रमुख लक्ष्य के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने स्टाफ को नुकसान की जानकारी तेजी से जुटाने तथा लोगों को बचाने के लिए पूरे प्रयास करने एवं जनता को समयवार तथा उपयुक्त जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। सरकारी प्रवक्ता योशिहिदे सुगा ने कहा है कि भूकंप के बाद जबर्दस्त झटके आने की आशंका है।
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जापान में अगले दो तीन दिनों में बड़े भूकंपों के आने की आशंका है। भूकंप सुबह आठ बजे आया। सुबह के इस अति व्यस्त समय में आए भूकंप के दौरान बड़ी सख्या में लोग प्लेटफॉर्म में मौजूद थे। बड़ी संख्या में ट्रेनों को रद्द किया गया जिसमें बुलेट ट्रेन ‘शिन्कान्सेन’ भी शामिल है। परमाणु नियामक प्राधिकार ने कहा कि उसके क्षेत्र के किसी भी परमाणु ऊर्जा संयंत्र में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं मिली है।
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भूकंप के आने से जापान के शहर ओसाका में कई दुकानें भी तहस-नहस हो चुकी हैं।
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शहर के घर ही नहीं बल्कि सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे लोगों को आवाजाही में भी दिक्कतें आ रही हैं।
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भूकंप के डर से क्लासरूम से बाहर निकलकर बच्चों ने स्कूल यार्ड में शरण ली।
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भूपंक के चलते कई घरों शॉर्ट सर्किट के चलते धुआं उठा।
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इस भूकंप के चलते न सिर्फ लोगों की जानें गई बल्कि उनके संपत्ति को भी काफी हानि हुई।