-
दुनिया के कई देशों के पास एेसे खतरनाक हथियार हैं, जो पल भर में दुश्मन का सफाया कर सकते हैं। अडवांस मिसाइलें, तोप, टैंक, मशीन गन अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन और भारत जैसे देशों को शक्तिशाली राष्ट्र की सूची में खड़ा करती हैं। लेकिन अगर किसी मुल्क की ताकत मापनी हो, तो उसकी वायुसेना का दमखम जरूर देखा जाता है। आज हम आपको दुनिया के 10 सबसे ताकतवर फाइटर जेट्स के बारे में बता रहे हैं, जो दुश्मन के इलाके में अंदर तक घुसकर तबाही मचा सकते हैं।
-
F-16 फाइटिंग फाल्कन: आधुनिक क्षमताओं के कारण यह दुनिया के बेहद मशहूर लड़ाकू विमानों में से एक है। विमान को पहले अमेरिकी वायु सेना के एयर मिशंस के के लिए डिजाइन किया गया था। बाद में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर इसे फाइटर जेट का रूप दिया गया।
-
एफ-15 ईगल: यह विमान 10 हजार मीटर की ऊंचाई पर 1650 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। इसे 1967 में मैक्डोनल डग्लस ने डिजाइन किया था। यह मजबूत नियंत्रण प्रणाली से लैस है, जो इसे बेहद शक्तिशाली फाइटर जेट बनाता है।
साब जेएएस 39 ग्रिपेन: इसमें एक ही इंजन लगा है और यह हल्का लड़ाकू विमान है। इसका निर्माण स्वीडन की एयरोस्पेस कंपनी एसएएबी ने किया है। इस विमान ने पहली उड़ान साल 1988 में भरी थी। शानदार प्रदर्शन के बाद इसे 1997 में दुनिया के सामने पेश किया गया था। इसे श्रेष्ठता का प्रतीक कहा जाता है। -
MIG-35: मिग विमानों का निर्माण रूस ने किया था। मिग-35 मिग 27 फालक्रम सीरीज का आधुनिक रूप है। यह बेहद अडवांस विमान है, जिसमें कई विध्वंसक हथियार लगे हैं।
-
जे-10: चीन का चेंगदू जे-10 एक मल्टीरोल लड़ाकू विमान है, जो किसी भी मौसम में कहर बरपा सकता है। यह वजन में हल्का है। पीपल लिब्रेशन आर्मी एयर फोर्स के लिए इसे पीपल रिपब्लिक अॉफ चाइना चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (सीएसी) ने तैयार किया है।
-
सुखोई एसयू-35: दुनिया के सबसे मारक लड़ाकू विमानों में से एक सुखोई का निर्माण रूस ने किया था। सिंगल सीट वाला यह लड़ाकू विमान लंबी दूरी तक मार कर सकता है। इस विमान के निर्माण की प्रेरणा एसयू-27 से ली गई है। भारतीय वायुसेना भी बहुत हद तक सुखोई पर निर्भर है।
-
राफेल: इसे अगर फ्रांस की वायुसेना की रीढ़ कहा जाए तो गलत नहीं होगा। यह विमान फ्रांस द्वारा बनाए गए आधुनिक हथियारों से लैस है। यह विमान एक साथ कई काम कर सकता है। युद्ध की जरूरतों के हिसाब से यह जमीन पर वार, आकाश में लड़ाई, इंटेलिजेंस और परमाणु विनाशक मिशन में भी कमाल दिखा सकता है।
-
F-35 लाइटनिंग II : सिंगल सीटर और एक इंजन वाला यह एयरक्राफ्ट कई जरूरतों के वक्त काम आता है। जो मिशन पहले पारंपरिक तौर पर खास लड़ाकू विमानों द्वारा पूरे किए जाते थे, अब उन्हें एफ-35 के स्क्वॉड्रन से निपटाया जा सकता है।
यूरोफाइटर टाइफून: यह लड़ाकू विमान यूरोपीय देशों के बहुराष्ट्रीय सहयोगी सैन्य प्रयासों का परिणाम है। पांचवी पीढ़ी के इस विमान में मॉर्डन सेंसर और वैमानिकी का इस्तेमाल किया गया है। शानदार हथियार और सुपरक्रूज तकनीक से लैस होने के कारण इसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू विमानों में गिना जाता है। -
एफ-22 रैपटर: अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा तैयार किया गया एफ-22 रैपटर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू विमानों की सूची में टॉप पर है। सुपर स्टेल्थ तकनीक से लैस होने के कारण यह रडार की पकड़ में नहीं आता। दो इंजन वाले इस अत्याधुनिक विमान की रफ्तार बहुत ज्यादा तेज है। इसे साल 2005 में अमेरिकी एयर फोर्स में शामिल किया गया था।
