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शौचालय के प्रति लोगों की सोच और नजरिया बदलने के लिए आईएएस अफसर और बरेली के सीडीओ सतेंद्र कुमार ने ये अनूठी पहल की है। वर्ल्ड टॉयलेट डे के मौके पर सबसे अच्छा शौचालय बनाने और सजाने वाली महिलाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया और उन्हें बग्घी में बैठाकर गांव में सम्मान यात्रा निकाली गई, जिसमे आईएएस अफसर सहित तमाम अन्य अफसर भी शामिल हुए। वहीं दूसरी ओर प्राथमिक स्कूलों में भी ऐसी ही प्रतिस्पर्धा को शुरू किया गया है। इसमें जिले के 250 प्राथमिक स्कूल शामिल हुए है, जिसमे सबसे सुंदर टॉप-10 स्कूलों को चुना गया और उपहार स्वरूप उन स्कूलों में फर्नीचर और कंप्यूटर उपलब्ध कराया जाएगा। इस अनोखे कॉन्टेस्ट में प्राथमिक स्कूलों के अध्यापको ने अपने वेतन से टॉयलेट को सजाया और संवारा है। (सभी फोटो सोर्स: Pebble)
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प्राथमिक स्कूलों को सजाने और संवारने के लिये स्कूल का स्टाफ और ग्राम पंचायत ने पूरा सहयोग किया। स्कूलों के टॉयलेट में टाईल्स, पानी के लिये टंकी, युरिनल सीट, पेन्टिंग से लेकर तमाम सुविधाओं का ध्यान रखते हुए सुंदर बनाया गया । वही मुख्य विकास अधिकारी के पास 250 एंट्री पहुंचीं। 250 एंट्री होने पर इन स्कूलों के बीच यह सुनिश्चित किया गया कि कौन सा स्कूल सबसे सुंदर और बेहतर है। चुने गए टॉप टेन स्कूलों को सांसद निधि और बैंक द्वारा कंप्यूटर से लेकर फर्नीचर तक उपलब्ध कराया जाएगा । वही इन स्कूलों के प्रति सराहनीय कार्य करने वालो शिक्षको को जिला प्रसाशन द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।
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सीडीओ की इस अनोखी पहल का उद्देश्य जिले में प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देना है और गांवो से लेकर स्कूलों तक शौचालय को स्वच्छ बनाना है। बरेली के इन प्राथिमक स्कूलो के टॉयलेट टॉप 10 में शुमार हुए।
इन स्कूलों के नाम हैं- बहेड़ी – सहजनी प्राथमिक विधालय, 2. बहेड़ी – रतनगढ़ प्राथमिक विधालय, 3. भोजीपुरा -अटा पट्टी सुमाली प्राथमिक विधालय, 4.भोजीपुरा- पीपल साना प्राथमिक विधालय, 5.क्यारा- धारूपुर ठाकुरान प्राथमिक विधालय, 6.क्यारा – लखौरा प्राथमिक विधालय, 7.भुता- भुता प्राथमिक विधालय, 8.भमोरा – भमोरा आलमपुर प्राथमिक विधालय, 9.बिथरी चैनपुर-मोहनपुर प्राथमिक विधालय 10.शेरगढ़ -सिमरवा प्राथमिक विधालय ।