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अरबपतियों की जिंदगी बेहद आलीशान होती है। महल जैसे घर, याट, जेट से लेकर उनके पास अच्छा बैंक बैलेंस होता है। वे इतनी दौलत कमाते हैं कि उसे खर्चने से पहले जरा भी नहीं सोचते है। उधर कुछ अरबपति हैं, जो ऐश-ओ-आराम में पैसे बहाने के बजाय आम जिंदगी जीते हैं। अमेरिकी कारोबारी-निवेशक वॉरन बफेट दुनिया के सबसे अमीर शख्स रहे हैं। फिलहाल वह 'बर्कशायर हैथवे' के सीईओ हैं। ड्राइव पर मैक्डोनाल्ड की एक सस्ती मील से दिन की शुरुआत करते हैं। अकूत दौलत के बाद भी कम ही मौकों पर गाड़ियां बदलते हैं और चैरिटी को पैसे देते हैं। याट भी रखते हैं। इस पर उन्होंने कहा था, "अधिक खिलौने मेरे गले में दर्द देते हैं।"
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विप्रो लिमिटेड के चेयरमैन अजीम प्रेमजी भारत के अमीर लोगों में एक हैं। फिर भी वह बेहद सरल जिंदगी बिता रहे हैं। विप्रो के आधे शेयर चैरिटी में देने का वादा कर चुके हैं। लग्जरी गाड़ियों में चलने के बजाय वह ऑटो-रिक्शा से एयरपोर्ट जाना पसंद करते हैं।
फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग आज इतने बड़े इंटरनेट आंतरप्रिन्योर होने पर भी वह महंगे सूट नहीं पहनते। अक्सर वह स्लेटी (ग्रे) रंग की टीशर्ट में दिखते हैं। एक बार मामूली कार चलाने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा था, "क्योंकि यह सुरक्षित और आरामदायक होने के साथ दिखावटी नहीं है।" -
स्वीडन की फर्नीचर रिटेल कंपनी IKEA के संस्थापक इंगवार कंप्राड आज भी 15 साल पुरानी वोल्वो से चलते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह और उनकी पत्नी अक्सर सस्ते रेस्त्रां पर खाना खाते और बाजार में मोल-भाव करते दिखते हैं। उनका मानना है, "मैं लगातार फर्स्ट क्लास में सफर कर सकता हूं, लेकिन अच्छी मात्रा में पैसे होने का यह मतलब नहीं कि उसे बर्बाद किया जाए।"
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नामी क्लोदिंग कंपनी 'जारा' के मुखिया अमैंसियो ओर्टेगा स्पेन में एक सामान्य से घर में रहते हैं। रोज नीले रंग के ब्लेज संग सफेद शर्ट और ग्रे पैंट पहनते हैं। खास बात यह है कि ये कपड़े जारा के नहीं होते। सहज इतने कि अपने कर्मचारियों संग कैफेटेरिया में लंच करते हैं। वे बोले थे, "मैं यही चाहता हूं कि सड़कों पर सिर्फ परिवार, दोस्त और सहकर्मी ही मुझे पहचानें।"
'एप्पल' के टिम कुक वैसे तो सुरक्षाकर्मियों से घिरे रहते हैं। लेकिन उन्हें बाहर वक्त बिताना अच्छा लगता है। खाली वक्त में वह अपनी बाइक चलाना पसंद करते हैं। 2400 स्क्वॉयर फीट के घर में रहने वाले कुक काम पर जल्दी जाते हैं और देर से लौटते हैं। उनका कहना है कि पैसा उनके लिए प्रेरक नहीं है। -
'अमेरिका मोविल' के कार्लोस स्लिम हेलु गरीबी मिटाना जीवन का लक्ष्य मानते हैं। न तो उनके पास याच हैं और न ही विमान। 40 सालों से एक ही घर में रह रहे हैं। वह क्यूबा के सिगार और आर्ट वर्क जुटाने के शौकीन हैं। उनका मानना है, "जब आप दूसरों के हिसाब से जीते हैं, तो आप मृत होते हैं।"
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वॉलमार्ट का काम-काम संभालने वाले जिम सी. वाल्टन सामान्य जिंदगी बिताने के मामले में कंपनी के संस्थापक और अपने पिता सैम वॉल्टन जैसे ही हैं। वह 15 सालों पुरानी डॉज डैकोटा चला रहे हैं। स्पोर्ट्स कार के बजाय पिक अप ट्रक को प्राथमिकता देते हैं।
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रिटेल कंपनी 'हॉबी लाबी' के सीईओ डेविड ग्रीन कमाई का अधिकतर हिस्सा चैरिटी को देते हैं। वह सप्ताह में छह दिन काम करते हैं और अमेरिका में धर्म प्रचार से जुड़ी वजहों को लेकर पैसे दान करते हैं। उनका कथन है, "अगर मैं खाना या मोक्ष के बगैर मरूंगा, तो मैं खाने के बगैर मरना पसंद करूंगा।"
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आयरिश-अमेरिकी कारोबारी चक फीने 'द अटलांटिक फिलांथ्रॉपीज' के सर्वे-सर्वा हैं। वह महंगे सूटकेस की जगह सामान्य से प्लास्टिक बैग में अपने कारोबार से कागजात रखते हैं और पैसे को लोगों की मदद का जरिया मानते हैं।