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लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल (Jamyang Tsering Namgyal) ने धारा 370 के खात्मे के बाद लोकसभा में जो स्पीच दी वो काफी चर्चित हुई। खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने भी लोगों से एक बार उनकी ये स्पीच सुनने की अपील की थी। अपनी उस स्पीच के चलते मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक में छा गए जामयांग सेरिंग नामग्याल। जामयांग सेरिंग नामग्याल महज 34 साल के हैं और देश के सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र लद्दाख से चुनकर पहली बार संसद पहुंचे हैं। (All Pics: Jamyang Tsering Namgyal/Facebook)
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जामयांग सेरिंग नामग्याल बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनका जन्म 4 अगस्त 1985 को लेह के एक छोटे से गांव माथो में हुआ था।
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उनके पिता स्टैनजिन दोर्जी मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में कारपेंटर का काम करते थे तो मां ईशे पुतित हाउसवाइफ थीं।
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जामयांग सेरिंग नामग्याल ने जम्मू विश्वविद्यालय से बीए किया। वहीं पर वह छात्र राजनीति भी करते थे।
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साल 2012 में जामयांग सेरिंग नामग्याल ने लेह में बीजेपी कार्यालय के केयरटेकर के तौर पर पार्टी के साथ अपना करियर स्टार्ट किया था। इस दौरान वह कार्यालय में आने वाले उन लोगों के लिए चिट्ठियां लिखा करते थे जो पढ़-लिख पाने में असमर्थ थे।
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2014 के आम चुनावों में उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी थूपस्तान चवांग के लिए चुनाव प्रचार किया। उनके प्रचार को खूब सराहना मिली और चवांग 36 वोटों से विजयी हुए।
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2019 में बीजेपी ने जामयांग सेरिंग नामग्याल को लद्दाख से लोकसभा प्रत्याशी बनाया। उन्होंने पार्टी को निराश भी नहीं किया और रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की।
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34 वर्षीय जामयांग सेरिंग नामग्याल को कविताओं का भी शौक है। उनका कविता संग्रह प्रकाशित भी हो चुका है।
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इसी साल फरवरी में उन्होंने सोनम वांगमो संग ब्याह रचाया है। सोनम सरकारी कॉलेज में असोसिएट प्रोफेसर हैं।
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धारा 370 पर संसद में उनकी स्पीच के बाद उनकी फैन फॉलोइंग में काफी इजाफा हुआ है। आलम ये रहा कि उन्होंने लोगों से अपील की कि फेसबुक पर दो दिनों में उन्होंने जितनी फ्रेंड रिक्वेस्ट असेप्ट की हैं वो बहुत ज्यादा हैं। उन्होंने लिखा कि अब वह किसी को अपने फ्रेड लिस्ट में ऐड नहीं कर पाएंगे इसलिए जो लोग उनसे जुड़ना चाहते हैं वो उनके फेसबुक पेज को फॉलो कर सकते हैं।