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भारत को आखिरकार 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के एक अहम आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा की प्रत्यर्पण प्रक्रिया में बड़ी सफलता मिली है। (Photo: REUTERS)
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पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक और आतंकी डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी, तहव्वुर राणा अमेरिका से सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है। (Photo: REUTERS)
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प्रत्यर्पण की लंबी कानूनी और कूटनीतिक लड़ाई
राणा के प्रत्यर्पण के लिए भारत कई वर्षों से प्रयासरत था। अमेरिका में राणा ने प्रत्यर्पण से बचने के लिए सभी कानूनी विकल्प आजमाए—स्थानीय अदालतों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक—मगर हर बार उसे निराशा ही हाथ लगी। (Photo: REUTERS) -
आखिर में 9 अप्रैल 2025 को अमेरिकी मार्शल्स ने लॉस एंजेलिस एयरपोर्ट पर राणा को भारत को सौंप दिया। गुरुवार की शाम उसे एक विशेष विमान से दिल्ली लाया गया। (Photo: REUTERS)
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NIA का बड़ा खुलासा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राणा को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश करते हुए 20 दिन की रिमांड की मांग की, जिसमें से अदालत ने 18 दिन की कस्टडी मंजूर की। (ANI Photo) -
NIA ने कोर्ट में जो सबूत पेश किए, उनसे साफ है कि राणा 26/11 हमलों की साजिश में पूरी तरह शामिल था। (ANI Photo)
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हेडली ने हमले से पहले राणा को एक ईमेल भेजा था, जिसमें हमले के लिए जरूरी संसाधनों और पैसों का उल्लेख था। (ANI Photo)
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साथ ही इस साजिश में आतंकवादी इलियास कश्मीरी और अब्दुर रहमान की इनवॉलमेंट की भी जानकारी दी गई थी। (ANI Photo)
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राणा की भूमिका न केवल हेडली को लॉजिस्टिक मदद देने तक सीमित रही, बल्कि उसने जानबूझकर हेडली को मुंबई में स्थित अपने इमिग्रेशन बिजनेस के ऑफिस में “फर्जी मैनेजर” नियुक्त किया था, ताकि वह हमलों से पहले शहर की रेकी कर सके। (ANI Photo)
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बेड़ियों में जकड़ा आतंक का साथी
राणा की जो तस्वीर सामने आई है, वह केवल एक अपराधी के प्रत्यर्पण की नहीं, बल्कि भारत की वर्षों पुरानी कानूनी व कूटनीतिक लड़ाई की जीत का प्रतीक बन चुकी है। (ANI Photo) -
*तस्वीर में राणा के पैर में बेड़ियां, कमर में जंजीर और दोनों ओर से NIA अफसरों की पकड़—यह सब इस बात की तस्दीक करता है कि अब न्याय से भागना संभव नहीं। (PTI Photo)
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NIA के पास क्या सबूत हैं?
NIA ने कोर्ट को बताया कि हेडली ने भारत आने से पहले राणा से पूरे ऑपरेशन की योजना पर विस्तार से बात की थी। (ANI Photo) -
एक ईमेल में हेडली ने हमले के लिए जरूरी सामान और पैसे का ब्यौरा भी राणा को भेजा था। (ANI Photo)
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इसी ईमेल में उसने इलियास कश्मीरी और अब्दुर रहमान की भूमिका का भी जिक्र किया था। (ANI Photo)
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राणा पर हत्या, आतंकवाद, साजिश और फर्जी दस्तावेज तैयार करने जैसे 10 गंभीर आपराधिक मामलों में मुकदमा चलेगा। (PTI Photo)
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किसी पछतावे का नहीं है एहसास
भारत सरकार का कहना है कि राणा को हमलों के बाद भी किसी प्रकार का पछतावा नहीं था। (PTI Photo) -
उसने डेविड हेडली से कहा था कि “भारतीयों को यही मिलना चाहिए था” और मारे गए आतंकियों को पाकिस्तान का सबसे बड़ा सैन्य सम्मान “निशान-ए-हैदर” देने की वकालत की थी। (PTI Photo)
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10 आपराधिक मामलों का सामना करेगा राणा
भारत में तहव्वुर राणा पर 10 गंभीर आपराधिक मामलों में मुकदमा चलेगा। इन मामलों में हत्या, आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता, फर्जी दस्तावेज बनाना और अंतरराष्ट्रीय साजिश रचना जैसे आरोप शामिल हैं। (PTI Photo) -
26/11 हमलों में 175 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक घायल हुए थे, जिनमें 6 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। (PTI Photo)
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अभी असली खेल बाकी है
अब जबकि राणा भारत की गिरफ्त में है, असली जांच और पूछताछ की प्रक्रिया शुरू होगी। जैसे-जैसे राणा के बयान सामने आएंगे, वैसे-वैसे कई और चेहरे और साजिशें बेनकाब हो सकती हैं। (PTI Photo) -
भारत को उम्मीद है कि राणा की गवाही से पाकिस्तान सरकार की भूमिका और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकेगा। (PTI Photo)
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मुंबई हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा अब NIA की हिरासत में है। उससे आज पूछताछ हो रही है। आज सुबह करीब 10 बजे से आतंकी राणा से NIA की पूछताछ शुरू हो गई है। (PTI Photo)
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NIA के SP और DSP रैंक के अधिकारी आतंकी राणा से पूछताछ कर रहे हैं। NIA के पूछताछ कक्ष में CCTV के सामने राणा से पूछताछ हो रही है। (PTI Photo)
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तहव्वुर हुसैन राणा का भारत प्रत्यर्पण 26/11 हमलों के पीड़ितों और उनके परिजनों के लिए एक बड़ी उम्मीद की किरण है।(PTI Photo)
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यह भारत की न्याय व्यवस्था, उसकी कूटनीति और आतंक के खिलाफ उसके संकल्प की एक बड़ी जीत है। अब देश की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि राणा की गवाही से क्या-क्या खुलासे होंगे और न्याय की दिशा में आगे क्या कदम उठाए जाएंगे। (ANI Photo)
