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देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस ने सलिल पारेख को सीईओ पद पर करीब सालाना 16 करोड़ रुपए पर नियुक्त किया है। इतनी मोटी सैलरी लेने वाले सलिल देश के अकेले सीईओ नहीं है। टेक महिन्द्रा के सीईओ गुरनानी तो सालाना 1.5 अरब रुपए बतौर सैलरी लेते हैं। आगे की स्लाइड्स में देखिए मोटी सैलरी पाने वाले देश की कुछ दूसरी कंपनियों के सीईओ..
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ब्लूमबर्ग डाटा के अनुसार टेक महिंद्रा अपने सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर सीपी गुरनानी को सालाना 150 करोड़ रुपए बतौर सैलरी देती है।
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नवनियुक्त सीईओ सलिल पारेख को इंफोसिस 16 करोड़ रुपए सालाना सैलरी देगी। इससे पहले इंफोसिस के पूर्व सीईओ विशाल सिक्का को वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 42.80 करोड़ रुपये का वेतन दिया जा चुका है।
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श्रीसीमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर हरि बांगर 38.22 करोड़ रुपए की सालाना सैलरी लेते हैं।
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सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला सालाना 22.50 करोड़ रुपए बतौर सैलरी लेते हैं।
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हीरो मोटोकॉर्प के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर पवन मुंजाल को कंपनी प्रतिवर्ष 59.6 करोड़ रुपए बतौर सैलरी देती है।
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रिलायंस इंड्रस्टीज के सीईओ निखिल मेसवानी और हितल मेसवानी को कंपनी करीब सालाना 80 करोड़ रुपए बतौर सैलरी देती है। देखा जाए तो उनकी सैलरी रिलायंस इंड्रस्टीज चेयरमैन मुकेश अंबानी से भी ज्यादा है।
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रिलायांस चैयरमैन मुकेश अंबानी बतौर सैलरी सालाना 15 करोड़ रुपए लेते हैं। चाहे मुकेश अंबानी भारत के सबसे ज्यादा सैलरी लेने वाले सीईओ ना हो लेकिन देश के सबसे अमीर उद्योगपतियों में से एक जरूर हैं।
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देश की ही एक और सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो के सीईओ अब्दाली नीमचवाला को 20 लाख डॉलर (12.7 करोड़ रुपये) से कुछ अधिक का वेतन मिलता है।