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वॉरशिप से युद्धाभ्यास के दौरान मिसाइल का टेस्ट (फाइल फोटो)
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MTCR को 1987 में सात देशों ने मिलकर बनाया था। ग्रुप में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और यूएस शामिल थे। इस ग्रुप का मकसद ही था कि हथियारों की अंधी दौड़ में शामिल होने से बचा जाए। (REPRESENTATIONAL IMAGE)
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अब MTCR में कुल 35 सदस्य हैं। इनमें Argentina, Australia, Austria, Belgium, Bulgaria, Brazil, Canada, Czech Republic, Denmark, Finland, France, Germany, Greece, Hungary, India, Iceland, Republic of Ireland, Italy, Japan, Luxembourg, Netherlands, New Zealand, Norway, Poland, Portugal, South Korea Republic of Korea, Russia Russian Federation, South Africa, Spain, Sweden, Switzerland, Turkey, Ukraine, United Kingdom, United States शामिल हैं।
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MTCR का मकसद मिसाइलों का कम से कम इस्तेमाल है। यह ग्रुप केमिकल, बायलोजिकल और न्यूक्लियर मिसाइल को बनाने और उनका इस्तेमाल करने को कम करना चाहता है। इसमें शामिल होने वाले देश की नीतियों में ब्लास्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल और ड्रोन्स को एक्सपोर्ट करने का प्रावधान शामिल होना चाहिए। (REPRESENTATIONAL IMAGE)
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MTCR उन मिसाइलों, पूर्ण रॉकेट सिस्टम, मानव रहित हवाई वाहन और संबंधित टेक्नोलॉजी के प्रसार पर रोक लगाता है तो 500 किलोग्राम के पेलोड को कम से कम 300 किलोमीटर तक ले जाने में सक्षम हैं। साथ ही यह सामूहिक विनाश वाले हथियारों के नियंत्रण के लिए भी काम करता है। (REPRESENTATIONAL IMAGE)
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MTCR में एंट्री के लिए भारत की तरफ से प्रयास कोई नया नहीं था, बल्कि इसके लिए 2008 से कोशिश जारी थी। अप्रैल 2015 में यूएस ने भारत का साथ देने का वादा किया था, पर तब इटली की वजह से मामला अटक गया। (REPRESENTATIONAL IMAGE)
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2015 तक भारत की सदस्यता में इटली ने इटैलियन मरीन को भारत में हिरासत में लिए जाने की वजह से अडंगा लगा रखा था। जब 29 मई को दूसरा मरीन, सल्वाटोर गिरोन रोम वापस लौटा, तब इटली ने सदस्यता को हरी झंडी दिखाई। इटली ने हामी भरी तो भारत को ग्रुप में लेने की एप्लीकेशन बिना किसी विरोध के स्वीकार कर ली गई। इसके बाद ‘silent procedure’ चलाया गया। इस प्रोसेस में 10 दिन तक अगर कोई सदस्य एप्लीकेशन देने वाले देश का विरोध नहीं करता है तो उसे शामिल कर लिया जाता है।(REPRESENTATIONAL IMAGE)
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चीन जिसने 48 देशों वाले न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (NSG) में भारत की सदस्यता में अडंगा लगाया, 34 देशों वाले MTCR का सदस्य नहीं है। (REPRESENTATIONAL IMAGE)