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गुलबर्ग सोसाइटी केस: मामले में गुरुवार (2 मई) को विशेष अदालत ने फैसला सुनाते हुए 24 लोगों को दोषी और 36 बेगुनाह करार दिया है। यह फैसला 14 साल बाद आया है। (EXPRESS ARCHIVE)
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गुलबर्ग सोसाइटी केस: 28 फरवरी 2002 को हजारों की हिंसक भीड़ ने गुलबर्ग सोसायटी पर हमला कर दिया था। (EXPRESS ARCHIVE)
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सोसाइटी के लोगों को भीड़ ने जिंदा जला दिया था। पूरी सोसाइटी का मंजर देखकर पुलिसकर्मियों की भी रुह कांप गई थी। (EXPRESS ARCHIVE)
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गुलबर्ग सोसाइटी केस: हादसे में 69 लोग मारे गए थे, जिनमें पूर्व कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी भी शामिल थे। (EXPRESS ARCHIVE)
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गुलबर्ग सोसाइटी केस: राहत और बचाव में लगे कर्मियों को जिंदा जला दिए गए लोगों की लाशें मिली थीं। (EXPRESS ARCHIVE)
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गुलबर्ग सोसाइटी केस: गोधरा कांड की प्रतिक्रिया स्वरूप हुए इस कांड ने पूरे देश को दहला दिया था। (EXPRESS ARCHIVE)
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गुलबर्ग सोसाइटी केस: पूर्व कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी का मकान भी इस सोसाइटी में था। उनकी पत्नी जकिया जाफरी अब इस केस की पहचान बन चुकी हैं। (EXPRESS ARCHIVE)
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गुलबर्ग सोसाइटी केस: 39 लोगों के शव बरामद हुए थे और 30 लापता लोगों को सात साल बाद मृत मान लिया गया था। (EXPRESS ARCHIVE)
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गुलबर्ग सोसाइटी केस: गोधरा कांड के ठीक एक दिन बाद यानी 28 फरवरी, 2002 को 29 बंगलों और 10 फ्लैट वाली गुलबर्ग सोसायटी पर हमला किया गया। (EXPRESS ARCHIVE)
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गुलबर्ग सोसाइटी केस: गुलबर्ग सोसायटी में सिर्फ एक पारसी परिवार के अलावा बाकी सभी मुस्लिम रहते थे। (EXPRESS ARCHIVE)
गुलबर्ग सोसाइटी केस: मामले में 66 आरोपी बनाए गए थे। इंस्पेक्टर केजी इरडा को भी लापरवाही के लिए आरोपी बनाया गया था, लेकिन अपने फैसले में अदालत ने उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया है। पीड़ित परिवारों के वकील का आरोप था कि इरडा ने जान -बूझकर लाशों को सड़ने के लिए छोड़ दिया था। (EXPRESS PHOTO) -
गुलबर्ग सोसाइटी केस: इस मामले में 338 से ज्यादा गवाहों की गवाही हुई है। सितंबर 2015 में इस मामले का ट्रायल खत्म हो गया। (EXPRESS ARCHIVE)
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गुलबर्ग सोसाइटी केस: इस भयानक नरसंहार में बच निकले लोग अब भी उस खौफनाक मंजर से उबर नहीं सके हैं। रह-रहकर उनकी आंखों के सामने वहीं नजारा घूम जाता है। (EXPRESS ARCHIVE)