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बॉलीवुड के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan)अपने करियर के पीक पर राजनीति में आए थे। पूर्व पीएम राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) के कहने पर वह इलाहाबाद से चुनाव लड़े और जीते भी थे, लेकिन राजनीति में आते ही सुपरस्टार अमिताभ की छवि पर दाग के छींटे पड़ने लगे थे। कभी कांग्रेस के तत्कालीन रक्षा मंत्री वीपी सिंह (VP Singh) कांग्रेस से अलग होते ही राजीव गांधी समेत अमिताभ बच्चन और उनके भाई अजीताभ बच्चन (Ajitabh Bachchan) पर बोफोर्स सौदे (Bofors deal) में हुए घोटाले में खींचा था। वीपी सिंह ने कहा था कि यदि वह पीएम बन गए तो 24 घंटे के अंदर अमिताभ बच्चन जेल के अंदर होंगे। असल में वीपी सिंह को अमिताभ बच्चन की गांधी परिवार से करीबी रास नहीं आई थी और राजीव के दोस्त होने के नाते अमिताभ भी इस मामले में फंस गए थे।
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स्वीडिश रेडियो पर स्वीडन की एबी. बोफ़ोर्स कंपनी से होविट्ज़र तोपों की ख़रीद के सौदे में भारतीय बिचौलियों को 64 करोड़ रुपये की दलाली देने का आरोप लगाया गया। इस मामले को लेकर वीपी सिंह सड़कों पर उतर आए थे।
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वीपी सिंह ने राजीव गांधी के साथ ही फ़िल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन को भी इस मामले में लपेटा था। तब अमिताभ बच्चन ने अपनी लोक सभा सीट से इस्तीफ़ा दे दिया और दूसरी ओर अजिताभ बच्चन जांच में निर्दोष सिद्ध हुए और उन्होंने उस स्वीडिश अख़बार के विरुद्ध मानहानि का मुक़द्दमा दायर करके उसे पहले दिन ही घुटने टेकवा दिए थे।
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इस संदर्भ में ‘द आरकेबी शो’ में राजीव बजाज से बात करते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा था कि वीपी सिंह ने छह सात साल तक उनके मुंह और परिवार पर कालिख पोती थी।
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अमिताभ ने लिखा, “जब वह लोग वहां पहुंचे थे तो कबीले के नेता हमें गोद में उठाकर अंदर लेकर गए क्योंकि परंपरा ये थी कि मेहमान के पैर ज़मीन पर नहीं पड़ने चाहिए। राष्ट्रपति नजीब ने राष्ट्रपति भवन में बुलाकर उन्हें ऑर्डर ऑफ अफ़गानिस्तान से नवाज़ा था। (All Photos: Social Media)
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बता दें कि अमिताभ बच्चन ने भी फेसबुक पर अपने अफ़ग़ानिस्तान दौरे की उन दिनों की यादें साझा की थी। अमिताभ ने बताया था कि राष्ट्रपति नजीबुल्लाह हिंदी फिल्मों के फ़ैन थे और वहां उन्हें शाही सम्मान दिया गया था।
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अमिताभ बच्चन ने पूछा था कि अब वो लोग कहां हैं, जो उन पर आरोप लगा रहे थे। हमने बहुत कुछ सहा था और कोर्ट में जीत के बाद साफ हो गया था कि इन सब के पीछे कौन था।
अमिताभ ने बताया था कि उन्हें वहां के ख़ूबसूरत इलाके में हवाई जहाज़ के ज़रिए और सुरक्षा गार्डों के साथ घुमाया गया था। उन्हें किसी होटल नहीं बल्कि उनके परिवार के बीच रखा गया था।
