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भागलपुर के नाथनगर में शनिवार (17 मार्च) को हिन्दू नववर्ष की पूर्व संध्या पर दो समुदायों के बीच हिंसा फैल गई। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत के भड़काऊ भाषण को हिंसा की वजह बताया जा रहा है। बता दें कि अर्जित शाश्वत बीजेपी के नेता हैं और भागलपुर विधान सभा सीट से साल 2015 में विधान सभा चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, वो चुनाव हार गए। उनके पिता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भागलपुर से चार बार विधायक रहे हैं और राज्य सरकार में भी मंत्री रहे हैं। 40 साल के अर्जित आईटी इंजीनियर हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की साडरान फ्रांस यूनिवर्सिटी से साल 2006 में एमबीए किया है। पेशे से वो व्यवसायी हैं। मोटरसाइकिल के डीलर हैं। उनका एक शोरूम है। इनके पास गैस एजेंसी भी है। इनके छोटे भाई अविरल भी राजनीति में हैं। साल 2015 के बिहार विधान सभा चुनाव में दोनों भाई टिकट के दावेदार थे लेकिन सिर्फ अर्जित को ही टिकट मिल सका था। तब विरोधियों ने बीजेपी में वंशवाद को बढ़ावा देने पर हमला बोला था। (फोटो- फेसबुक और जनसत्ता संवाददाता)
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बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को बिहार के भागलपुर में एक जुलूस निकाला, जिसके बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। जुलूस में शामिल अर्जित शाश्वत। पुलिस एफआईआर में शाश्वत पर बिना इजाजत के जुलूस निकालने का आरोप है। दूसरे एफआईआर में 500 लोगों पर दंगा भड़काने के आरोप हैं। (फोटो-फेसबुक)
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हिन्द नववर्ष की पूर्व संध्या पर समर्थकों संग बाइक से रैली निकालते बीजेपी नेता अर्जित शाश्वत। (फोटो- फेसबुक)
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भगवा ब्रिगेड के साथ पारंपरिक वेश भूषा में भगवा झंडा लिए बीजेपी नेता अर्जित शाश्वत। शाश्वत पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है, जिसके बाद इलाके में हिंसा फैली। (फोटो- फेसबुक)
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अपने पिता केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के साथ अर्जित शाश्वत चौबे। बेटे की इस हरकत पर पिता को गर्व है। अश्विनी चौबे ने कहा, 'मुझे गर्व है कि अर्जित मेरा बेटा है। सभी बीजेपी कार्यकर्ता मेरे बेटे जैसे हैं। क्या हिंदू नववर्ष पर जुलूस निकालना गलत है?'(फोटो- फेसबुक)
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शनिवार को भागलपुर हिंसा में घायल सुरक्षा बल के एक जवान को सहारा देता दूसरा जवान। (फोटो- गिरधारी लाल जोशी)
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साम्प्रदायिक हिंसा के बाद एक स्थान पर जमा भीड़। (फोटो- गिरधारी लाल जोशी)
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भागलपुर और आसपास के 37 स्थानों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां तैनात की गईं। पूरे जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई ताकि अफवाहों पर काबू पाया जा सके। हालांकि, एसएसपी मनोज कुमार ने हालात पूरी तरह काबू में बताया है।(फोटो- गिरधारी लाल जोशी)
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साम्प्रदायिक हिंसा के दौरान एक गुट द्वारा जमा किए गए ईंट-पत्थर। दोनों गुटों ने सुरक्षा बलों पर खूब ईंट-पत्थर बरसाए, जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा जवान घायल हो गए हैं। (फोटो- गिरधारी लाल जोशी)
