रामनवमी के दिन देश के कई अलग-अलग हिस्सो में हिंसक झड़पे हुईं। अगले दिन यानी सोमवार (26-03-2017) को मीडिया में हिंसा की कई सारी तस्वीरें एक के बाद एक नजर आईं। पश्चिम बंगाल, बिहार के अलग-अलग हिस्सों से आई हिंसा की तस्वीरों ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं। सबसे बड़ा सवाल है कि क्या धर्म के नाम पर आपसी नफरत देश की छवि को नुकसान नहीं पहुंचा रहा है? इधर गुजरात का वडोदरा भी रविवार को रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा से अछूता नहीं रहा। वडोदरा के पुराने शहर में रविवार की शाम कुछ असामाजिक तत्वों ने रामनवमी जुलूस पर अचानक पत्थर फेंके। यह घटना शाम 7 बजे की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि यह घटना उस वक्त हुई जब सांप्रदायिक तौर से बेहद ही संवेदनशील इलाके फतेहपुर से रामनवमी की यह जुलूस गुजर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जुलूस पर अचानक ही किसी ने पत्थर फेंके, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। (Photo Source-Express ) बताया जा रहा है कि जुलूस में शामिल ट्रक पर भगवान राम की मूर्ति रखी हुई थी और पत्थर मूर्ति के पास ही गिरी। इस घटना के बाद जुलूस में शामिल लोग आक्रोशित हो गए और देखते ही देखते हिंसा भड़क उठी। दो संप्रदायों के बीच भड़की इस हिंसा को शांत करने में पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए। (Photo Source-Express ) हंगामा शांत करने और आक्रोशित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। हिंसा के बाद इलाके की सभी दुकानें बंद हो गईं और पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। डीसीपी सरोज कुमारी ने घटना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बतलाया कि 'वहां पत्थरबाजी की घटना हुई और फिर लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला। इस दौरान पुलिस ने 14 राउंड आंसू गैस के गोले छोड़े। (Photo Source-Express ) इलाके में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने एवं वहां शांति बनाए रखने के लिए करीब 200 पुलिस कर्मियों की तैनाती भी कर दी गई है। इलाके के चप्पे-चप्पे पर पुलिस वालों की तैनाती सोमवार को भी जारी रही। सभी जगहों पर नजर रखने के लिए पूरे शहर में पुलिस ने गश्ती बढ़ा दी है। पुलिस फिलहाल इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से उपद्रवियों की पहचान करने और उनपर एफआईआर दर्ज करने की प्रकिया में जुटी हुई है। (Photo Source-Express )
