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Rajesh Khanna Lodhi Estate Bungalow : बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने फिल्मों में ही नहीं, राजनीति में भी गदर मचाया था। पहली बार राजेश खन्ना सांसद बनते ही कुछ ऐसा कर गए कि विरोधी दलों को काका के खिलाफ एक मुद्दा मिल गया था। राजेश खन्ना जब फिल्मों में करियर ढलान पर आने लगा था तो वह राजीनित की ओर मुड़ गए थे। तो चलिए जानें कि कांग्रेस से चुनाव लड़कर एमपी बने काका ने ऐसा क्या किया था कि राजनैतिक जगत में हलचल मच गई थी।
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राजेश खन्ना को राजनीति में लाने वाले राजीव गांधी थे। अमिताभ बच्चन के राजनीति छोड़ने के बाद राजीव ने काका को साल 1989 में दिल्ली से भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी के खिलाफ लड़वाया था।( बहुत मिन्नतों के बाद डिंपल कपाड़िया ने दिया था राजेश खन्ना का साथ, शत्रुघ्न सिन्हा को दिया था काका ने ऐसे जवाब )
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पहला चुनाव राजेश खन्ना हार गए, लेकिन 1992 में जब वह शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ खड़े हुए तो जीत हासिल कर ली।
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दिवंगत एक्टर राजेश खन्ना (Photo-Indian Express)
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25 सितंबर 1992 को पायनीयर ने अपने फ्रंट पेज पर राजेश खन्ना के लोधी एस्टेट कब्जा करने की खबर प्रमुखता से दी थी।
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काका के सचिव दिनेश सिंह ने राजेश के कहने पर इस बंगले अनाधिकारिक तौर पर कब्जा कर लिया था। ( राजेश खन्ना के बंगले के पास जब बनवाना पड़ गया था पुलिस स्टेशन, जानिए क्या थी वजह )
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दरअसल पहली बार सांसद बनने पर राजेश को इतना बड़ा बंगला नहीं मिल सकता था, लेकिन राजेश छोटे बंगले में रहना नहीं चाहते थे। (जब राज कूपर के समझाने पर डिंपल कपाड़िया ने राजेश खन्ना का घर छोड़ने का बदल दिया था इरादा )
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बता, दें कि काका के इस कदम का विरोध बहुत नेताओं ने किया था, लेकिन राजेश का इन विरोध पर कोई असर नहीं पड़ा था। हालांकि, 1996 में हुए चुनाव में काका दोबारा हार गए थे और इसके बाद राजनीति से दूर हो गए थे।(All Photos: Social Media)