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देश की राजनीति में सबसे बड़ा सियासी कुनबा मुलायम परिवार (Mulayam Family) का माना जाता है। मुलायम (Mulayam Singh Yadav) के कुनबे पहली बेटी ऐसी रही हैं, जो राजनीति में उतरी हैं। हालांकि, सपा से अपना राजनैतिक सफर शुरू करने वाली संध्या यादव (Sandhya Yadav) उर्फ बेबी यादव ने अब भाजपा का दामन थाम लिया है। इतना ही नहीं, मुलायम के दामाद यानी संध्या के पति अनुजेश प्रताप यादव (Anujesh Pratap Singh) ने भी सपा से अब भाजपा में आ चुके हैं। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) की बहन के राजनैतिक सफर के बारे में आइए जानें।
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मुलायम के भाई अभयराम यादव की बेटी और धर्मेंद्र की सगी बहन संध्या यादव और उनके पति अनुजेश प्रताप यादव ने अपना राजनैतिक सफर सपा के साथ ही शुरू किया था लेकिन दोनों ने ही अब बीजेपी के साथ खड़े हैं।( अखिलेश यादव के ईवीएम में गड़बड़ी के सवाल पर मुलायम की बहू अपर्णा यादव ने उठाई थी उंगली, जेठ के तर्क को ठहराया था गलत )
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परिवार में सेंध लगने की पीछे मुलायम और अखिलेश के पारिवारिक विवाद भी था और कुछ राजनैतिक समीकरण। मुलायम की बेटी संध्या ने जिला पंचायत चुनाव में भाजपा के साथ हाथ मिला लिया। वहीं अनुजेश भी सपा से निष्कासन के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे।
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मुलायम की भतीजी संध्या यादव को बीजेपी ने जिला पंचायत का टिकट दे दिया और उन्हें घिरोर के वार्ड नंबर 18 से जिला पंचायत सदस्य पद का प्रत्याशी बना दिया था।
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यह पहली बार था जब जब सैफई कुनबे के किसी सदस्य ने दूसरी पार्टी के नाम से चुनाव लड़ा है। इससे पहले शिवपाल यादव बगावत कर चुके थे लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी बनाकर लोकसभा चुनाव लड़ा था।
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जिला पंचायत से विधानसभा चुनाव तक मैनपुरी जिला सपा का गढ़ रहा है। नौ लोकसभा चुनावों से सपा ही यहां से जीतती रही है। पांच बार तो खुद मुलायम सिंह यादव सांसद चुने गए थे।
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विधानसभा चुनाव में सपा का दबदबा रहा है। जिला पंचायत पर भी लंबे समय से सपा का ही कब्जा रहा था, लेकिन संध्या के भाजपा में शामिल होने से मामला उलट गया।
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मुलामय परिवार का सदस्य होने के साथ निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष के नाते संध्या यादव का अपना प्रभाव रहा था। बता दें कि साल 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले सपा परिवार में हुई रार के बाद संध्या यादव के पति अनुजेश यादव भी निशाने पर आ गए थे। (‘तंत्र-मंत्र से अखिलेश यादव को हराने की मुलायम परिवार कर रहा था साजिश’, रामगोपाल यादव ने अपनों पर ही लगाया था आरोप )
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तब चुनावों के बाद जिपं अध्यक्ष संध्या यादव के खिलाफ सपा की ओर से ही अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। उस समय अविश्वास प्रस्ताव को गिराने में भाजपा ने खुलकर साथ दिया था।(अखिलेश यादव की साइकिल और समाजवादी रथ की कीमत सुनकर उड़ जांएगे होश, मर्सडीज़ और बीएमडब्ल्यू ने किया है इसे डिजाइन )
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इसके बाद संध्या यादव के पति अनुजेश यादव ने बीजेपी का हाथ पकड़ लिया था और मुलायम ने अपने ही दामाद को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।