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प्रतापगढ़ के कुंडा में बेंती किला देशभर में एक मिसाल कायम किए हुए है। इस किले में कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह का अब भी राज चलता है और वह अपने किले और 43 किलोमीटर की परिधि में पर्यावरण को लेकर कई मूवममेंट चलाते रहते हैं। यही कारण है कि कुंडा पर्यावरण संरक्षण की मिसाल बन गया है।
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राजा उदय प्रताप सिंह प्रतापगढ़ के भदरी रियासत के राजा हैं, भदरी रियासत 14 कोस यानी 43 किलोमीटर की परिधि में फैली हुई है। राजा उदय के पिता त्रिलोचन सिंह थे। उनके बड़े भाई राजा बजरंग बहादुर सिंह ने राजा उदय प्रताप सिंह को गोद लिया था।
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राजा उदय की एकलौते बेटे राजा भैया राजनीति में आने वाले भदरी रियासत के पहले वारिस हैं। इसे भी पढ़ें- राजा भैया के लिए उनके पिता ने कभी नहीं जोड़े हाथ
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कुंडा के परिधि में घुसते ही हरियाली और पेड़-पौधों के झुरमुट बता देते हैं कि बेंती किला पर्यावरण प्रेमियों की जगह है। इसे भी पढ़ें- तो क्या राजा भैया ने 19 साल की उम्र में लड़ा था चुनाव
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राजा भैया के कुंडा स्थित बेंती महल चिड़ियों की आवाज और हरे भरे पेड़ और बाग के बीच बसा हुआ है। इसे भी पढ़ें- राजा भैया के गढ़ में चुनौती देती है ये राजकुमारी
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परिसर में राजा भैया के वाहन भी महल के बाहर ही रुक जाते हैं और उसे खींच कर अंदर लाया जाता है। गाड़ियों को स्टार्ट तक महल से दूर ले जाकर किया जाता है। ताकि महल के आसपास पर्यावरण को नुकसान न हो।
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इतना ही नहींं बेंती किले के आसपास हार्न बजाने की भी मनाही है। हार्न बाजने पर जुर्माने का प्रावधान है। इसे भी पढ़ें- जब बीच सड़क में राजा भैया ने उतारा था अपना विमान
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राजा उदय प्रताप सिंह ने अपने घर के पास ही वेटलैंड भी बना रखा है, जिसे बहुत ही सुंदर तरीके से झील का रूप दिया गया है।
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भदरी रियासत के अंतर्गत आने वाले समस्त तालाबों के किनारे कपड़े या साइकिल धुलना मना है। क्योंकि क्षेत्र के जानवर इन तालाबों का पानी पीते हैं।
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राजा उदय ने प्रकृति” नामक संस्था बनाई है। इस संस्था के काम काज को देखने के लिए एक टीम है और टीम के प्रतिनिधि निर्भय सिंह ने बताया कि यहां पर्यावरण संरक्षण को नुकसान करने पर जुर्माने का प्रावधान है। पेड़ पौधे काटने वालों पर ₹50 से लेकर ₹50000 तक का जुर्माना लगाया जाता है।
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राजा उदय प्रताप सिंह ने जापान विश्वविद्यालय से एग्रीकल्चर में ग्रेजुएशन किया है और वह पर्यावरण प्रेमी हैं। भदरी रियासत के अंतर्गत पॉलीथिन का प्रयोग प्रतिबंधित है। बता दें कि सरकार के पाॅलीथीन पर प्रतिबंध लगाने से करीब 30 साल पहले से ही भदरी के किसी बाजार में पाॅलीथीन पर प्रतिबंध था।
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बेंती किले का बहुुत बड़ा हिस्सा हालांकि अब जरजर अवस्था में पहुंचने लगा है। इसकी मरम्मत का काम होता रहता है। बता दें कि भदरी रियासत में सोलर बिजली उत्पादन बड़े पैमाने पर होती है, ताकि बिजली का सदुपयोग किया जा सके।
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hotos: Social Media