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मच्छर सिर्फ परेशानी नहीं बढ़ाते, बल्कि नींद, स्वास्थ्य और मानसिक शांति, तीनों पर असर डालते हैं। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा भी इन्हीं से जुड़ा है। ऐसे में अधिकतर लोग केमिकल स्प्रे, कॉइल और लिक्विड रिपेलेंट का सहारा लेते हैं, जो लंबे समय में सेहत और हवा, दोनों के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं। (Photo Source: Unsplash)
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लेकिन हर बार केमिकल का उपयोग ही समाधान नहीं है। आयुर्वेद में सुगंधों द्वारा इंसेक्ट रिपेलेंट का स्पष्ट और सुरक्षित सिद्धांत बताया गया है, जिसमें प्राकृतिक जड़ी-तत्वों की खुशबू से मच्छरों को दूर रखा जाता है। (Photo Source: Unsplash)
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समस्या: मच्छर क्यों हैं खतरनाक?
मच्छर केवल काटते नहीं हैं, बल्कि नींद में बाधा डालते हैं, एलर्जी और खुजली बढ़ाते हैं, कई गंभीर बीमारियों के वाहक होते हैं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए अधिक जोखिम पैदा करते हैं। बार-बार केमिकल स्प्रे करना इमिडिएट सॉल्यूशन तो हो सकता है, लेकिन यह परमानेंट और सुरक्षित उपाय नहीं है। कमरे में उपयोग करते समय हवा के प्रवाह का ध्यान रखें। (Photo Source: Pexels) -
आयुर्वेदिक दृष्टि: सुगंध से भगाएं मच्छर
आयुर्वेद के अनुसार कुछ प्राकृतिक सुगंधें (Aroma) ऐसी होती हैं, जो मच्छरों की संवेदन क्षमता को भ्रमित कर देती हैं। ये सुगंधें मच्छरों को नुकसान पहुंचाए बिना उन्हें दूर रखती हैं और वातावरण को भी शुद्ध बनाए रखती हैं। (Photo Source: Unsplash) -
मच्छर भगाने के प्रमुख आयुर्वेदिक द्रव्य
इस प्राकृतिक उपाय में जिन द्रव्यों का उपयोग किया जाता है, वे सभी प्रमाणित नेचुरल इंसेक्ट रिपेलेंट हैं। जैसे कपूर (Camphor), लौंग का तेल (Clove Oil), नीलगिरी का तेल (Eucalyptus Oil), नीम का तेल (Neem Oil), और नारियल या सरसों का तेल (Base Oil)। (Photo Source: Unsplash) -
प्राकृतिक मच्छर रिपेलेंट बनाने की विधि
घर पर यह आयुर्वेदिक रिपेलेंट बनाना बेहद आसान है। 2 चम्मच नारियल या सरसों का तेल हल्का गुनगुना करें, इसमें 10 ग्राम कुचला हुआ कपूर मिलाएं, 15–20 बूंद नीलगिरी का तेल डालें, 1 चम्मच नीम का तेल मिलाएं। सभी सामग्री को अच्छी तरह मिला लें। बस, आपका प्राकृतिक मच्छर भगाने वाला तेल तैयार है। कमरे में उपयोग करते समय हवा के प्रवाह का ध्यान रखें। (Photo Source: Pexels) -
उपयोग की सही विधि
रुई या सूती कपड़े को इस तेल में भिगोएं, इसे कमरे के कोनों में रखें, खिड़की-दरवाजों के पास रखें, अलमारी या स्टोर एरिया में रखें। इस उपाय में धुआं नहीं निकलता, इसलिए यह बच्चों, बुजुर्गों और सांस की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए अधिक सुरक्षित है। (Photo Source: Unsplash) -
इसमें इस्तेमाल होने वाली चीजों की भूमिका
कपूर
तीव्र और तेज सुगंध वाला कपूर मच्छरों की तंत्रिका संवेदना को बाधित करता है और हवा में तेजी से फैलकर तुरंत प्रभाव दिखाता है। (Photo Source: Unsplash) -
लौंग का तेल
उष्ण और तीक्ष्ण गुणों से युक्त लौंग का तेल मच्छरों को पास आने से रोकता है। (Photo Source: Unsplash) -
नीलगिरी का तेल
शीतल लेकिन तीव्र सुगंध वाला यह तेल मच्छरों के साथ-साथ मक्खियों पर भी असरदार होता है। (Photo Source: Unsplash) -
नीम का तेल
नीम कीटों की वृद्धि प्रक्रिया को बाधित करता है और लंबे समय तक प्रभाव बनाए रखता है। यह आयुर्वेदिक सुरक्षा कवच की तरह कार्य करता है। (Photo Source: Unsplash) -
सावधानियां जरूरी
इस तेल को त्वचा पर सीधे न लगाएं। बच्चों की पहुंच से दूर रखें। आग या अधिक गर्म स्थान के पास न रखें। बंद कमरे में उपयोग करते समय हवा के प्रवाह का ध्यान रखें। (Photo Source: Pexels)
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