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मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) बेटे अखिलेश (Akhilesh Yadav) के साथ हुए विवाद से इतने दुखी थे कि 2017 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव (UP assembly elections) में उनके साथ खड़े नहीं हुए। चुनावी रैलियों में अखिलेश को पिता मुलायम के साथ खड़े न होने से बहुत से तीखे सवालों का सामना करना पड़ा था। ऐसे वक्त में लालू प्रसाद यावद (Lalu Prasad Yadav) ने अखिलेश का साथ दिया था। लालू ने अखिलेश के साथ कई चुनावी कैंपेन में शिरकत की थी। इतना ही नहीं तीखे सवालों के जवाब में जब अखिलेश फंसते थे तो लालू अपनी राजनैतिक प्रतिभा का परिचय देते थे।
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अखिलेश यादव ने 2017 यूपी विधानसभा चुनाव का प्रचार पारिवारिक विवादों के कारण बहुत देर से शुरू कर पाए थे। ( बेटे के कर्जदार हैं पिता मुलायम सिंह यादव, दो करोड़ से भी ज्यादा लिया है अखिलेश यादव से लोन )
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अखिलेश के चुनावी रणभूमि में उनके साथ उस समय उनकी पत्नी डिंपल यादव और चाचा रामगोपाल ही साथ थे। ऐसे में विरोधी पार्टियां पिता की गैर मौजूदगी और पारिवारिक विवाद को मुद्दा बना सपा को कमजोर करने लगी थीं।( कभी ससुर मुलायम तो कभी जेठ अखिलेश यादव से अलग खड़ी रहीं अपर्णा यादव, जानिए कब क्या था कह डाला )
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ऐसे में अखिलेश यादव का साथ देने उनके समझी लालू प्रसाद यादव खड़े हुए थे। अखिलेश से जब पिता की गैर मौजूदगी पर एक रिपोर्टर ने सवाल किया तो लालू ने तुरंत जवाब दिया कि, वह अकेले कहां हैं, उनके साथ वह खड़े हैं।( ‘इनकी आराम तलबी से सपा नहीं बनी राष्ट्रीय पार्टी’, जब पिता मुलायम मंच से ही गिनाने लगे थे अखिलेश यादव की कमियां )
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न्यूज नेशन के साथ बात करते हुए लालू ने कहा था कि, पिता मुलायम बुढ़ा गए हैं, इसलिए उनको आराम करने को कहा गया है। लालू ने कहा कि मुलायम उनसे राजनीति में सीनियर हैं। लालू ने खुद की तरीफ करते हुए कहा कि वह तो अभी बहुत जवान हैं।
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बता दें कि मुलायम ने चुनावी रैलियों में केवल शिवपाल और छोटी बहू अपर्णा के साथ खड़े हुए थे। अखिलेश और डिंपल ने अकेले-अकेले ही एक दिन में पांच-पांच जनसभाएं की थीं। (All Photos: Social Media)
