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जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पर्व है जो भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार यह दिन 26 अगस्त पड़ रहा है। इसके अलावा 27 अगस्त को भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी में जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
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जन्माष्टमी हिंदू परिवार के अधिकांश घरों में व्रत रखा जाता है और कान्हा जी के जन्म की खुशियां मनाई जाती है। लेकिन कभी-कभी व्रत के दौरान महिलाओं को पीरियड्स का सामना करना पड़ सकता है।
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आपको बता दें, पीरियड्स के दौरान महिलाओं को पूजा-पाठ करने, मंदिर जाने आदि की मनाही होती है। वहीं, अगर आपको व्रत रखने से पहले ही मासिक धर्म आ गए हैं तो इस अवस्था में व्रत न रखना ही अनिवार्य होगा।
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लेकिन आपने व्रत रख लिया है और व्रत के दौरान आपको पीरियड आ गया है तो ऐसे में महिलाओं को व्रत तोड़ने की कोई जरूरत नहीं है, उन्हें अपना व्रत पूरा करना चाहिए।
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पूजा-पाठ और मंदिर से दूरी बनाकर अन्य नियमों का ठीक वैसे ही पालन करें जैसे कि सामान्य दिनों में करती हैं। इस दौरान प्रभु के मंत्रों का ज्यादा से ज्यादा मनन करें। इससे भी आपको व्रत का उतना ही फल मिलेगा।
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भगवान के लिए मन की शुद्धता सबसे ज्यादा जरूरी है, शारीरिक शुद्धता बाद में आती है। यह प्रकृति का चक्र है, इसमें इंसान का कोई हाथ नहीं और न ही इसमें कुछ गलत है।
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अगर आपने व्रत के दौरान कोई विशेष पूजा करने का संकल्प लिया है तो पीरियड्स के दौरान आप दूर बैठकर किसी दूसरे से वह धार्मिक कार्य करवा सकती हैं।
(Photos Source: Pexels)
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