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आज के समय में छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाना बहुत आम हो गया है। छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन, क्रोध और झुंझलाहट अक्सर हमारे रिश्तों, काम और मानसिक शांति को प्रभावित करते हैं। ऐसे में इस समस्या का समाधान जानना बेहद जरूरी है। (Photo Source: Pexels)
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इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रही है जिसमें संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज ने इस विषय पर अपना गहन और सरल समाधान बताया है। (Photo Source: PremanandJi Maharaj/Facebook)
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एक भक्त ने उनसे सवाल किया कि “महाराज जी, गुस्सा बहुत आता है, और छोटी-छोटी बातों पर भी क्रोध आ जाता है, जिससे निजी जिंदगी और काम पर असर पड़ता है।” (Photo Source: Pexels)
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इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि गुस्सा केवल सामने वाले को ही नहीं, बल्कि हमें भी भीतर से जलाता है। अगर इसे समय पर नियंत्रित न किया जाए तो यह हिंसा तक पहुंच सकता है और जीवन भर का पश्चाताप दे सकता है। (Photo Source: Pexels)
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उन्होंने कहा, “हिंसा या आक्रामकता से हमेशा जीवन में नुकसान होता है। ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जहां कोई व्यक्ति गुस्से में किसी की हत्या कर देता है और फिर बाकी पूरा जीवन जेल में सड़ता है।” (Photo Source: Pexels)
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महाराज जी के अनुसार, क्रोध का पहला उपाय है इसे टालना। उन्होंने कहा, “यदि सामने वाला व्यक्ति प्रतिकूल बातें कह रहा हो, तो वहां से हट जाना सबसे अच्छा उपाय है। जब लगे कि स्थिति बिगड़ सकती है, तो वहां से हट जाएं।” (Photo Source: Pexels)
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प्रेमानद महाराज ने कहा, “इस स्थिति में शांत रहने की कोशिश करें। क्रोध में जीतने की कोशिश न करें, बल्कि स्थिति से दूरी बनाकर खुद को शांत करें। वरना क्रोध अपने पूरे रूप में सामने आ जाएगा।” (Photo Source: PremanandJi Maharaj/Facebook)
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उन्होंने आगे कहा, “अगर हम कुछ न बोलें तो क्रोध हमें अंदर से जलाएगा, इसलिए बेहतर है कि बुद्धि से नियम लें कि हम क्रोध नहीं करेंगे। अपने मन में ठान लें कि गुस्सा नहीं करेंगे, धीरे-धीरे सामर्थ्य आ जाएगी।” (Photo Source: Pexels)
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गुस्सा शांत करने के लिए उन्होंने एक आध्यात्मिक उपाय भी बताया, “नाम जप करें। जिस भी भगवान का नाम आपको प्रिय हो, उसका स्मरण करें। नाम जप हृदय में शीतलता लाता है और क्रोध को शांत करता है।” (Photo Source: Pexels)
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महाराज जी ने यह भी कहा कि क्रोध का एक लक्षण यह भी है कि यदि हम उसे व्यक्त नहीं करते, तो वह हमें भीतर ही भीतर जलाता रहता है। ऐसे में जरूरी है कि हम मन को शांत रखने की कला सीखें और किसी की बात सहने की आदत डालें। हिंसा या आक्रामकता से हमेशा जीवन में नुकसान ही होता है। (Photo Source: PremanandJi Maharaj/Facebook)
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बता दें, प्रेमानंद महाराज वृंदावन के केलीकुंज में निवास करते हैं और राधा रानी को अपना इष्ट मानते हैं। वे अपने सत्संग के माध्यम से लोगों के सवालों का समाधान करते हैं और आध्यात्मिक ज्ञान देते हैं। उनकी शिक्षाएं आज के समय में एक प्रकाशस्तंभ की तरह लोगों का मार्गदर्शन कर रही हैं। कई क्रिकेटर और बॉलीवुड सितारे भी उनसे आशीर्वाद लेने आ चुके हैं। (Photo Source: PremanandJi Maharaj/Facebook)
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