-
घर की दीवार पर अचानक दिख जाने वाली छिपकली अक्सर डर और घबराहट पैदा कर देती है। भारतीय घरों में छिपकलियों का आना आम बात है, लेकिन इन्हें देखकर कोई भी असहज महसूस कर सकता है। हालांकि घरों में मिलने वाली छिपकलियां ज्यादातर जहरीली नहीं होतीं, लेकिन फिर भी ये हमारे लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं। (Photo Source: Unsplash)
-
सबसे बड़ी चिंता यह होती है कि कहीं ये हमारे खाने-पीने की चीज़ों को दूषित न कर दें। अगर आप भी अपने घर से छिपकलियों को भगाना चाहते हैं, तो यहां बताए गए कुछ आसान घरेलू उपाय बिना मारे इन्हें दूर रखने में मदद करेंगे। (Photo Source: Pexels)
-
काली मिर्च का स्प्रे
छिपकली भगाने का आसान उपाय आपके किचन में ही मौजूद है। काली मिर्च और पानी का मिश्रण बनाकर स्प्रे तैयार करें। इस स्प्रे को दीवारों या उन जगहों पर छिड़कें जहां अक्सर छिपकलियां दिखती हैं। काली मिर्च की तीख़ी गंध और असर छिपकली की त्वचा और आंखों को परेशान करता है, जिससे वे वहां दोबारा नहीं आतीं। (Photo Source: Pexels) -
लहसुन और प्याज
छिपकलियां तेज गंध वाली चीजों से दूर भागती हैं। लहसुन और प्याज की तीखी गंध छिपकलियों को बिल्कुल पसंद नहीं आती। आप लहसुन की कलियां या प्याज के टुकड़े घर के कोनों, खिड़कियों या सिंक के पास रख सकते हैं। चाहें तो लहसुन का रस पानी में मिलाकर स्प्रे भी बना सकते हैं। यह उपाय छिपकलियों को दूर रखने में बेहद असरदार है। (Photo Source: Pexels) -
अंडे के छिलके
अंडे खाने के बाद उसके छिलकों को फेंकने की बजाय घर में इस्तेमाल करें। छिपकली को अंडे के छिलकों की गंध पसंद नहीं होती। इनमें मौजूद सल्फर छिपकली की त्वचा को चुभता है। आप इन छिलकों को सुखाकर घर के कोनों और रसोई में रख सकते हैं। (Photo Source: Pexels) -
कॉफी और तंबाकू के गोले
अगर आप घर में छिपकली बिल्कुल नहीं देखना चाहते, तो कॉफी पाउडर और तंबाकू मिलाकर छोटे-छोटे गोले बना लें। इन्हें कोनों या छुपी जगहों पर रखें। छिपकली इन्हें खा लेती है, जिससे उसकी मौत हो जाती है। (Photo Source: Pexels) -
हालांकि, सनातन धर्म में छिपकली को मारना पाप माना जाता है। इसके अलावा यह भी ध्यान रहे कि ये गोले बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर ही रखें। इससे उन्हें भी नुकसान पहुंच सकता है। (Photo Source: Pexels)
-
क्या छिपकलियां बीमारियां फैला सकती हैं?
जी हां, छिपकलियां इंसानों में कई तरह की बीमारियां फैला सकती हैं। इनमें साल्मोनेला (Salmonella) सबसे आम है, जो पेट और आंतों को प्रभावित करती है। इसके अलावा कैंपिलोबैक्टर, लेप्टोस्पायरोसिस और प्रोटोजोआ इंफेक्शन जैसी बीमारियां भी छिपकली के संपर्क में आने से हो सकती हैं। ये संक्रमण छिपकली की लार, मल या उसके आसपास के वातावरण से फैलते हैं। (Photo Source: Unsplash) -
गर्मियों में क्यों बढ़ जाती हैं छिपकलियां?
गर्मियों के मौसम में छिपकलियां सबसे ज़्यादा दिखाई देती हैं। दरअसल, गर्मी का मौसम उनके पनपने और सक्रिय रहने के लिए आदर्श होता है। इस समय वे दीवारों पर दौड़ती, रसोई और कमरों में छिपती हुई दिखती हैं। घर में गंदगी या बिखरे सामान की वजह से उन्हें छिपने की सुरक्षित जगह भी आसानी से मिल जाती है। (Photo Source: Unsplash)
(यह भी पढ़ें: पेट के कीड़े मारने के लिए आजमाएं ये नुस्खा, किचन में मौजूद ये दो चीजें दूर करेंगी समस्या)
