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वृंदावन स्थित श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम के सुप्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद जी महाराज हमेशा से ही अपने सरल, स्पष्ट और प्रेमपूर्ण उपदेशों के कारण लोगों के बीच खास स्थान रखते हैं। हाल ही में उनका एक प्रवचन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने मृत्यु भोज को लेकर पूछे गए एक प्रश्न का अत्यंत संतुलित और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से जवाब दिया है। (Photo Source: PremanandJi Maharaj/Facebook)
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मृत्यु भोज को लेकर समाज में कई तरह की भ्रांतियां और मान्यताएं प्रचलित हैं। कई लोग मानते हैं कि मृत्यु भोज में शामिल होना या वहां पर परोसा गया भोजन खाना पुण्य को कम करता है, या उससे पाप लगता है। ऐसी मान्यताएं अक्सर अंधविश्वास की जड़ होती हैं और लोगों के मन में भय पैदा करती हैं। (Photo Source: Unsplash)
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क्या मृत्यु भोज खाने से पुण्य नष्ट हो जाते हैं?
प्रवचन के दौरान एक श्रोता ने प्रेमानंद महाराज से पूछा, “अगर मृत्यु भोज खाने से पुण्य और ऊर्जा दोनों नष्ट हो जाते हैं, तो क्या मृत्यु भोज खाना अपराध है?” (Photo Source: Freepik)
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इसके उत्तर में महाराज ने कहा कि — “अपराध और पाप दो अलग-अलग बातें हैं। मृत्यु भोज खाना कोई अपराध नहीं है। हां, यदि किसी पापी व्यक्ति का मृत्यु भोज है, तो उसके भोज में भाग लेने से पाप लग सकता है।” (Photo Source: Pexels)
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उन्होंने आगे कहा कि लेकिन यदि आप नामजप करने वाले किसी वैष्णव व्यक्ति के मृत्यु भोज में शामिल होते हैं तो आपका पुण्य नष्ट नहीं होगा बल्कि बढ़ जाएगा। और अगर वह सांसारिक आदमी हो तो न पाप बनेगा, न पुण्य बनेगा। (Photo Source: Unsplash)
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प्रेमानंद जी ने मृत्यु भोज को “मृत्यु महोत्सव” बताया, जैसे हम विवाह महोत्सव मनाते हैं, वैसे ही किसी के जाने के बाद उसका स्मरण भी एक प्रकार से आत्मा की यात्रा को सम्मान देने का अवसर होता है। (Photo Source: Pexels)
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उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि — भक्त का भोज हो तो उसमें जरूर भाग लें। पापी व्यक्ति का भोज हो तो उससे बचना उचित है। अगर घर-परिवार का मामला है, तो उसमें भाग लेने से न पुण्य घटता है, न पाप लगता है। (Photo Source: Pexels)
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अपराध क्या होता है?
महाराज ने ‘अपराध’ की सही परिभाषा भी दी। उन्होंने कहा कि — “किसी जीव की हत्या करना, मांस खाना, चोरी करना – यह सब अपराध की श्रेणी में आता है। लेकिन मृत्यु भोज पाना अपराध नहीं है।” (Photo Source: Pexels) -
श्रद्धालुओं के बीच अपार लोकप्रियता
प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश-विदेश में उनके लाखों अनुयायी हैं। वृंदावन स्थित उनके आश्रम में हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। यहां तक कि विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जैसे सेलेब्रिटी भी समय-समय पर उनके दर्शन के लिए पहुंचते हैं। (Photo Source: PremanandJi Maharaj/Facebook)
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