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बुनियादी जरूरतों के अलावा इंसान एक गाड़ी का ख्वाब जरूर देखता है। लेकिन आज सड़कों पर घंटों लगे रहने वाले जाम और पार्किंग की समस्या को देखते हुए संपन्न लोग भी गाड़ी खरीदने से बचते नजर आते हैं। दिल्ली सरकार इस समस्या का समाधान निकालने के लिए ऑड-ईवन प्लान तक लागू करके देख चुकी है। लगभग सभी जगह की सरकारें जनता से अपील करती पाई जाती हैं कि लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट को प्राथमिकता दें। हालत यह है कि दिल्ली-मुबई जैसे महानगरों में कार खरीदना तो आसान है लेकिन पार्किंग के लिए जगह निकालना समंदर में से मोती तलाशने के होता जा रहा है। लोगों की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए एक जापानी कंपनी ने ऐसी कार बनाई जिसे अपनी जरूरत के हिसाब से फोल्ड किया जा सकता है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह फोल्डिंग कार हालीवुड फिल्म ट्रांस्फॉर्मर्स से प्रेरित है। कार का नाम 'अर्थ-1' रखा गया है। कार को कुनियो ओकावारा ने डिजाइन किया है। यह आर्टिस्ट जापान की रोबोट सीरीज 'गुंडम' को डिजाइन करने के लिए मशहूर है। नई पीढ़ी की कार बनाने वाली टोक्यो की स्थित कंपनी 'लिंक सिस्टम' ने इसे बनाया है। कंपनी ने उम्मीद जताई है कि 2018 में सड़कों पर अर्थ-1 को चलाने के लिए अनुमति मिल जाएगी।
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जापानी मुद्रा के हिसाब से बिजली से चलने वाली इस कार की कीमत 8 मिलियन येन यानी करीब 45 लाख रुपये है। पिछले साल अक्टूबर में टोक्यो मोटर शो में इसकी लॉन्चिंग के बाद से कंपनी को जापान, चीन और दुबई के क्लाइंट्स से 30 ऑर्डर भी मिल चुके हैं। फोर लिंक कंपनी का कहना है कि उसका लक्ष्य एक साल में ऐसी 300 कारें बेचने का है। इन कारों को एयरपोर्ट और पर्यटक स्थलों पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।
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कंपनी के प्रेसीडेंट और सीईओ हिरूमी किनोशिता 2008 से नई पीढ़ी के स्मार्ट वाहन बनाने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी पहले के मुकाबले कारों की कम शौकीन है। हमने ऐसा वाहन बनाया जिसे चलाते वक्त कार चलाने का अहसास नहीं होगा, बल्कि ऐसा लगेगा कि आप कुछ और चला रहे हैं। इसलिए हमने रोबोट इंस्पायर्ड आकार का वाहन बनाया ताकि चलाते वक्त आपको लगे कि आप रोबोट चला रहे हैं। यह कार को खास बनाता है।
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जापानी टीवी पर 1970 से आने वाली रोबोट की गुंडम सीरीज से पता चलता है कि उसने नई पीढ़ी की सोच को अच्छे ढंग से पढ़ा है। गुंडम की तरफ से बनाया गया 65 फीट यानी 20 मीटर का रोबोट भी टोक्यो में पर्यटकों के लिए लेटेस्ट आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
