अमोल पालेकर मंगलवार को 71 साल के हो गए। 70 के दशक में अमोल ने बॉलीवुड में लीक से हटकर एक अलग छवि बनाई। यह वो वक्त था जब मूवीज में हीरो अपनी हीरोईन को बचाने के लिए बड़े से बड़े विलेन को चुटकी बजाते ढेर कर देते थे। और तो और, जरूरत पड़ने पर किसी रॉक स्टार की तरह गाने और डांस करने में भी उनका कोई सानी नहीं था। ऐसे दौर में अमोल पालेकर ने अपनी 'कॉमन मैन' की इमेज और संवेदनशीलता से फैंस का दिल जीता। आइए जानते हैं, उनकी टॉप 10 फिल्मी परफॉर्मेंसेज के बारे में… गोलमाल: बॉलीवुड में जब भी टॉप कॉमेडी मूवीज का नाम लिया जाएगा, 1979 में बनी इस क्लासिक के बिना कोई लिस्ट पूरी नहीं होगी। ऋषिकेश मुखर्जी के डायरेक्शन वाली इस मूवी को बॉस के किरदार में एक्टर उत्पल दत्त और जुड़वा भाइयों रामप्रसाद और लक्ष्मणप्रसाद के रोल में अमोल पालेकर ने यादगार बना दिया। उत्पल दत्त और अमोल पालेकर की जानदार केमिस्ट्री का ही असर है कि इस फिल्म को बार-बार देखने के बावजूद मन नहीं भरता। छोटी सी बात: 1975 में बनी इस रोमांटिक कॉमेडी मूवी के डायरेक्टर बासु चटर्जी थे। इसे 70 की दशक की बेस्ट कॉमेडी फिल्मों में शुमार किया जाता है। इस फिल्म को बेस्ट स्क्रीनप्ले का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला। फिल्म में अमोल पालेकर बेहद रोमांटिक रोल में हैं। एक लड़की को अपने दिल की बात कहने में उनकी मदद करते वेटरन एक्टर अशोक कुमार भी नजर आते हैं। -
रजनीगंधा: बासु चटर्जी के डायरेक्शन में 1974 में बनी यह फिल्म मशहूर हिंदी लेखक मन्नू भंडारी की कहानी 'ये सच है' पर आधारित है। फिल्म में अमोल पालेकर के अलावा विद्या सिन्हा और दिनेश ठाकुर थे। यह अमोल की पहली हिंदी फिल्म थी।
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चितचोर: 1976 में बनी रोमांटिक कॉमेडी मूवी। राजश्री बैनर की यह मूवी एक बंगाली कहानी पर आधारित है। फिल्म का गाना 'गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा' काफी मशहूर हुआ था। फिल्म में अमोल पालेकर के अलावा जरीना वहाब और विजयेंद्र घाटगे ने भी काम किया।
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बातों बातों में: 1979 में बनी रोमांटिक कॉमेडी, जिसे बासु चटर्जी ने डायरेक्ट और प्रोड्यूस किया। अमोल पालेकर और टीना मुनीम ने फिल्म में लीड रोल निभाए।
घरौंदा: 1977 में बनी फिल्म, जिसके डायरेक्टर भीमसेन खुराना थे। मुख्य किरदार अमोल पालेकर, जरीना वहाब, श्रीराम लागू और जलाल आगा ने निभाए। फिल्म में अमोल अपनी गर्लफ्रेंड जरीना वहाब को उनके बीमार बॉस से शादी करने के लिए कहते नजर आते हैं ताकि बॉस की मौत के बाद वे अमीर बन सकें। -
नरम गरम: उत्पल दत्त और अमोल पालेकर के बीच बेहतरीन केमेस्ट्री का एक और नमूना। 1981 में बनी इस मूवी का डायरेक्शन ऋषिकेश मुखर्जी ने किया था।
भूमिका: 1977 में श्याम बेनेगल के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अमोल पालेकर के अलावा स्मिता पाटिल, अनंत नाग, अमरीश पुरी और नसीरुद्दीन शाह अहम भूमिकाओं में थे। इस फिल्म को न केवल दो नेशनल अवॉर्ड मिले, बल्कि विदेशों में भी पहचान मिली। अपने पराए: बासु चटर्जी के डायरेक्शन में 1980 में बनी फिल्म, जो शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के एक बंगाली उपन्यास पर आधारित है। फिल्म में शबाना आजमी के अलावा गिरीश कर्नाड ने भी अहम रोल निभाए। -
खामोश: 1985 में बनी थ्रिलर, जिसे विधु विनोद चोपड़ा ने डायरेक्ट किया। फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, शबाना आजमी, सोनी राजदान, पंकज कपूर ने अहम रोल किए।