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बॉलीवुड के जाने-माने सिंगर और मशहूर रैपर रफ्तार सिंगिंग के बाद एक्टिंग की दुनिया में हाथ आजमाने जा रहे हैं। वो वेब सीरीज ‘बजाओ’ में नजर आएंगे। रफ्तार ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है। (Source: @raftaarmusic/instagram)
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रैपिंग की दुनिया में नाम बनाना रफ्तार के लिए बिल्कुल आसान नहीं था। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की है। केरल के तिरुवनंतपुरम में जन्में रफ्तार का असली नाम दिलिन नायर है। (Source: @raftaarmusic/instagram)
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मिडिल क्लास फैमिली में जन्में रफ्तार ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो अपने पैरेंट्स के सपोर्ट से रैपर बने हैं। स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए उन्होंने बताया था कि साल 2006 में वो सेल्समैन की जॉब करते थे। उन्हें इस काम के लिए 10 हजार रुपए मिलते थे। (Source: @raftaarmusic/instagram)
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रफ्तार ने बताया, “मेरे पापा की सैलरी 12 हजार रुपए थी। एक दिन उन्होंने अपनी सैलरी से 10 हजार रुपए नकालकर मेरे तकिए के नीचे रख दिए और कहा नौकरी पर जाने की जरूरत नहीं है, ये ले तेरी सैलरी।” (Source: @raftaarmusic/instagram)
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रफ्तार ने आगे बताया, “मेरे पैरेंट्स कहते थे तू आजमा ले अपनी किस्मत। कुछ नहीं हुआ तो एक दुकान खोल लेंगे। भूखा नही मरेगा। उस दिन मैंने सोच लिया था कि इन्होंने सामने से इतनी छूट दी है तो लड़ना ही पड़ेगा।” (Source: @raftaarmusic/instagram)
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पैरेंट्स की इन बातों ने रफ्तार पर इतना गहरा असर छोड़ा की अब उनकी पूरी जिंदगी बदल चुकी है। उन्होंने अपने पैशन को फॉलो करते हुए रैपिंग पर ध्यान दिया और आज वो दुनिया के सबसे बड़े रैपर सिंगर बन चुके हैं। (Source: @raftaarmusic/instagram)
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साल 2014 में रफ्तार को उनके गाने ‘स्वैग मेरा देसी’ से रैपर-सिंगर के तौर पर पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने ‘बेबी मरवाके मानेगी’, ‘सारे करो डब’, ‘मैं वही हूं’, ‘तेरे वर्गी ने ऐ’ जैसे गाने गाए। (Source: @raftaarmusic/instagram)
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वहीं बात करें रफ्तार की वेब सीरीज ‘बजाओ’ की तो यह एक म्यूजिकल कॉमेडी सीरीज है जो 25 अगस्त को जियो सिनेमा पर रिलीज होगी। (Source: @raftaarmusic/instagram)
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