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मलयालम सिनेमा अपनी डीप स्टोरी, शानदार डायरेक्शन और बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता है। इसी कड़ी में 2022 में आई ‘भूतकालम’ (Bhoothakaalam) एक ऐसी फिल्म है, जिसने साइकोलॉजिकल थ्रिलर और हॉरर जॉनर को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया। (Still From Film)
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यह फिल्म डराने के लिए सिर्फ भूतिया घटनाओं पर निर्भर नहीं करती, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, अवसाद और भावनात्मक तनाव से जुड़ी डरावनी सच्चाई को सामने लाती है। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों यह फिल्म एक बेहतरीन साइकोलॉजिकल थ्रिलर है। (Still From Film)
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फिल्म का नाम और उसका गहरा अर्थ
‘भूतकालम’ का मलयालम में अर्थ है ‘अतीत’। यह नाम ही फिल्म की पूरी थीम को दर्शाता है—क्या हमारे डर हमारे अतीत से जुड़े होते हैं? क्या हम जिस चीज को अलौकिक (Supernatural) समझते हैं, वह असल में हमारे दिमाग की गहराइयों में दबे पुराने डर और दर्द हैं? (Still From Film) -
दमदार स्टारकास्ट
फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में ये शानदार कलाकार हैं:
शेन निगम (Shane Nigam) – जिन्होंने मुख्य किरदार में बेहतरीन अभिनय किया है।
रेवती (Revathi) – जो फिल्म में मां की भूमिका निभा रही हैं और अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों को झकझोर देती हैं।
सैजू कुरूप (Saiju Kurup) – जो फिल्म में सहायक भूमिका में नजर आते हैं। (Still From Film) -
इनकी दमदार एक्टिंग फिल्म को और अधिक प्रभावशाली बनाती है। इनके अलावा जेम्स एलिया, अथिरा पटेल, वलसाला मेनन, अभिराम राधाकृष्णन, गिलू जोसेफ, मंजू सुनीचेन और स्नेहा श्रीकुमार जैसे दमदार कलाकारों ने भी इस फिल्म में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। (Still From Film)
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डायरेक्टर की शानदार प्रस्तुति
इस फिल्म को राहुल सदाशिवन (Rahul Sadasivan) ने डायरेक्ट किया है, जिन्होंने हाल ही में ‘ब्रहमायुगम’ (Bramayugam) जैसी शानदार फिल्म बनाई थी। ‘भूतकालम’ में भी उन्होंने हॉरर और साइकोलॉजिकल थ्रिलर को बखूबी साबित किया है। (Still From Film) -
गहरी और रहस्यमयी कहानी
फिल्म की कहानी एक युवा लड़के और उसकी मां के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी दादी की मृत्यु के बाद अजीबोगरीब घटनाओं का सामना करते हैं। यह फिल्म दर्शकों को दो सवालों के बीच झूलने पर मजबूर कर देती है – क्या घर में सच में कोई भूत-प्रेत है या यह सब सिर्फ मानसिक तनाव और अवसाद का परिणाम है? (Still From Film) -
बिना जंप स्केयर के डराने वाली फिल्म
अधिकतर हॉरर फिल्में जंप स्केयर (Jump Scares) का इस्तेमाल करके दर्शकों को चौंकाने की कोशिश करती हैं। लेकिन ‘भूतकालम’ उन चुनिंदा फिल्मों में से है, जो बिना किसी जंप स्केयर के डर पैदा करती है। यह फिल्म डर का स्रोत मानसिक स्वास्थ्य, अकेलापन, अवसाद और अतीत की दर्दनाक घटनाओं से निकालती है। (Still From Film) -
बेहद वास्तविक और संबंधित किरदार
इस फिल्म के किरदार बेहद वास्तविक लगते हैं। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक बेरोजगार लड़का और उसकी मां सामाजिक और मानसिक संघर्षों से जूझ रहे हैं। बेरोजगारी (Unemployment), मानसिक तनाव और अवसाद (Depression and Anxiety) और अकेलापन (Loneliness), ये सब कुछ इसे एक असली डरावनी कहानी बनाते हैं, जिससे हर कोई जुड़ सकता है। (Still From Film) -
सस्पेंस जो आपको दुविधा में डाल देता है
फिल्म आपके दिमाग के साथ खेलती है। कभी-कभी यह लगता है कि फिल्म में असली भूत-प्रेत हैं। कभी-कभी यह सिर्फ एक मानसिक बीमारी की कहानी लगती है। यह सस्पेंस दर्शकों को अंत तक बांधे रखता है और उन्हें सोचने पर मजबूर कर देता है। (Still From Film) -
कहां देखें यह फिल्म?
अगर आप इस शानदार साइकोलॉजिकल थ्रिलर को देखना चाहते हैं, तो ‘भूतकालम’ को Sony LIV पर स्ट्रीम किया जा सकता है। (Still From Film)
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