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मणिपुर के चूड़ाचंदपुर जिले में सोमवार रात से आगजनी, हिंसा और झड़पों में आठ लोगों की मौत होने और 31 अन्य के घायल होने की वजह से माहौल मंगलवार को गर्म रहा। वहां सोमवार रात से कर्फ्यू भी लगा हुआ है। (फोटो: भाषा)
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विधानसभा में सोमवार को तीन विवादास्पद विधेयकों के पारित होने से आदिवासियों में रोष छा गया है। उन्हें डर है कि भूमि पर उनके अधिकार बाहरी लोग छीन लेंगे। (फोटो: भाषा)
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केंद्र ने हालात को बहुत तनावपूर्ण बताया। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह को भरोसा दिलाया कि राज्य को सभी तरह की केंद्रीय सहायता दी जाएगी। (फोटो: भाषा)
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गृह राज्य मंत्री किरन रिजीजू ने दिल्ली में संवाददाताओं को बताया, ‘मणिपुर में हालात बहुत तनावपूर्ण हैं। संकटग्रस्त इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। यदि जरूरत पड़ी तो हम और कदम उठाएंगे।’ (फोटो: भाषा)
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केंद्र सरकार हालात से निपटने में पुलिस की मदद करने के लिए राज्य सरकार के अनुरोध पर अतिरिक्त अर्द्धसैनिक बल भेजेगी। सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को तीन लोग उस वक्त मारे गए जब पुलिस ने भीड़ पर गोलीबारी की जिसने चूड़ाचंदपुर थाना पर हमला कर दिया था। (फोटो: भाषा)
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इन मौतों के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। पुलिस गोलीबारी में चार लोग घायल हुए। इससे घायलों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है। उन्हें मंगलवार शाम चूड़ाचंदपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। (फोटो: भाषा)
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विधेयकों के पारित किए जाने के विरोध में सोमवार को आदिवासी छात्र संगठनों के बंद की अपील के दौरान पांच लोग मारे गए थे। (फोटो: भाषा)
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पुलिस के मुताबिक मणिपुर के एक सांसद, राज्य में एक मंत्री और पांच विधायकों के आवास बंद के दौरान फूंक दिए गए। इसमें किसी के हताहत होने का समाचार नहीं मिला है। (फोटो: भाषा)