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अपने सदाबहार नगमों से संगीत की दुनिया को गुलजार करने वाले महान संगीतकार पद्मभूषण मोहम्मद जहूर ख्य्याम हाशमी ने 92 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। सोमवार रात 9.30 मिनट पर मुंबई के अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। खय्याम 28 जुलाई को अपनी आर्मचेयर से गिर गए थे जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लगभग 20 दिनों तक मौत से लुकाछिपी के बाद वह ईश्वर को प्यारे हो गए। खय्याम के संगीत के लिए तो उन्हें लगभग हर कोई जानता था लेकिन ये बात बहुत ही कम लोगों को मालूम है कि वह इंटरकास्ट मैरिज करने वाले बॉलीवुड के पहले शख्स थे। (Photo: @RupinderKW/twitter)
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खय्याम साहब की मोहब्बत उनकी पत्नी का नाम जगदीप कौर है। जगदीप ने उमराव जान समेत कई फिल्मों में अपनी आवाज भी दी है। ख्य्याम और जगदीप की प्रेम कहानी शुरू हुई साल 1954 में।
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जगदीप कौर का जन्म पंजाब के एक रसूखदार परिवार में हुआ था। तमाम बंदिशों के बाद भी वह सिंगिंग की दुनिया में अपना नाम बनाना चाहती थीं। अपने सपनों में रंग भरने के लिए उन्होंने मुंबई का रुख किया।
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मुंबई में स्ट्रगल के दिनों में एक शाम वह दादर रेलवे स्टेशन से निकल रही थीं। ओवरब्रिज पर चढ़ने के दौरान उन्हें लगा कि कोई उनका पीछा कर रहा है।
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घबराई जगदीप जैसे ही शोर मचाने वाली थीं तबी पीछा कर रहा शख्स उनके पास आया और उन्हें बतौक संगीतकार अपना परिचय दिया।
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ये मुलाकात धीरे-धीरे दोस्ती में बढ़ी और फिर आगे चलकर दोस्ती ने प्यार का रंग ले लिया। दोनों ने शादी करने का मन बना लिया लेकिन इनके बीच आ गया जगदीप का परिवार। परिवार ने लाख कोशिशें कीं कि ये रिश्ता परवान ना चढ़ सके।
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लेकिन होनी को कौन टाल सकता था। जगदीप ने परिवार से बगावत की और खय्याम संग निकाह कर लिया। इस शादी को बॉलीवुड की पहली इंटरकास्ट मैरिज कहा जाता है।(Photo: @chin2b/twitter)
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1954 की उस मुलाकात से खय्याम साहब के अंतिम सांस लेने तक जगदीप उनकी हमसफर रहीं। ख्य्याम से प्रेम पर एक इंटरव्यू में जगदीप कौर ने कहा था कि आखिर कैसे कोई शाम-ए-गम की कसम गाना सुनकर उनके प्यार में ना पड़ जाए?
