-
दुनिया में प्रलय की तरह आने वाली सुनामी के दस साल पूरे हो रहे हैं।
-
26 दिसंबर, 2004 को आए सुनामी को आज 10 साल पूरे हो रहे है।
-
भयंकर सुनामी ने पलभर में लाखों लोगों की जिंदगी का सफर खत्म कर दिया था।
-
रिपोर्ट के मुताबिक: 2004 को भूकंप और सूनामी के कारण असेह प्रांत में 2,21,000 लोगों की मौत हो गई थी और वे लापता हो गए थे, जबकि 8,00,000 लोग विस्थापित हो गए थे।
-
इस तबाही के बाद कई माता-पिता की गोद सूनी हो गई थी और कई बच्चे अनाथ हो गए थे।
-
हिंद महासागर में आए समुद्री चक्रवात सूनामी से इंडोनेशिया सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था, इसके अतिरिक्त श्रीलंका, भारत और थाईलैंड के तटीय इलाके में भी लोगों को इस आपदा का सामना करना पड़ा था।
-
सुनामी ने ऐसे ही हजारों बच्चों को मां की ममता और पिता के स्नेह से हमेशा के लिए वंचित कर दिया। 10 साल पूरे होने पर इसके पुराने जख्म फिर से ताजा हो गए हैं।
-
इंडोनेशिया के तटीय इलाक़े के पास समुद्र में रिक्टर स्केल पर 9.15 तीव्रता का भूकंप आया था।
-
इस आपदा को लेकर पिछले कई वर्षो से भूकंप और लहरों की गति और आकार पर रिसर्च किए गए। क्रिसमस के एक दिन बाद और बॉक्सिंग डे के कारण इसे क्रिसमस सुनामी और बॉक्सिंग डे सुनामी जैसे नाम दिए गए।
-
इस आपदा के 10 साल बाद संयुक्त राष्ट्र संघ के फूड एंड एंग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन का मानना है कि सुनामी प्रभावित जगहों में सुधार की गुंजाइस है और इस पर जोर दिया जा रहा है। लेकिन इस हादसे के शिकार और इसे नजदीक से महसूस करने वाले लोग आज भी इसे याद करके सहम जाते हैं।