-
आजकल लोग सूर्य ग्रहण देखने के लिए काफी उत्साहित रहते हैं। इन दिनों लोग सूर्य ग्रहण के नजारे का आनंद उठाने के लिए ग्लासेस और कई अन्य टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकि इस दौरान सूर्य की किरणें बहुत हानिकारक होती हैं। ऐसे में हम आपको साल 1980 की एक घटना बताने जा रहे हैं जब भारत सरकार ने लोगों को सूर्य ग्रहण से बचाने के लिए अनोखा तरीका अपनाया था। (Still From Film)
-
दरअसल, उस समय टेक्नोलॉजी इतनी डेवलप नहीं हुई थी और सूर्य ग्रहण के नुकसान के बारे में जानने के बाद भी लोग इस दौरान घर से बाहर निकलते थे। इससे लोगों की आंखों को नुकसान पहुंचने की आशंका रहती थी। (Photo: Indian Express)
-
तब सरकार ने लोगों को घर पर रोके रखने के लिए धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन की हिट फिल्म ‘चुपके-चुपके’ को दूरदर्शन पर टेलीकास्ट करवाया था। (Still From Film)
-
आज की तरह उस समय भी लोगों में फिल्में देखने का काफी क्रेज था। इसके साथ ही उस समय लोग धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन की फिल्में देखने के लिए काफी उत्सुक रहते थे। (Photo: Indian Express)
-
उस समय टीवी पर सिर्फ दूरदर्शन चैनल होता था और लोगों को फिल्में देखने के लिए रविवार का इंतजार करना पड़ता था। वहीं, 1980 में 16 फरवरी को लगे सूर्य ग्रहण का दिन शनिवार था। (Still From Film)
-
बता दें, ऋषिकेश मुखर्जी के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘चुपके-चुपके’ एक कॉमेडी फिल्म है, जिसमें अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र के अलावा शर्मीला टेगौर, जया बच्चन, ओम प्रकाश, उशा किरण, डेविड अब्राहम, असरानी और किश्तो मुखर्जी भी मुख्य भूमिका में नजर आए हैं। (Photo: Indian Express)
-
इस साल के दूसरे और आखिरी सूर्य ग्रहण की बात करें तो यह 14 अक्टूबर को लगने वाला है। इस दिन सूर्य ग्रहण रात 08:34 बजे शुरू होगा और 2:24 बजे समाप्त होगा। (Photo: Indian Express)
(यह भी पढ़ें: पिछले एक साल में 200 करोड़ बढ़ी अमिताभ बच्चन की संपत्ति, इस उम्र में चार्ज कर रहे इतनी फीस)