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1. रणवीर सिंह का पूरा नाम रणवीर सिंह भवनानी है। उन्होंने अपना सरनेम इसलिए हटाया है क्योंकि ये उन्हें बेहद लंबा लगता है। रणवीर एक समय पर अपने नाम को भी बदलने के बारे में गंभीरता से सोचने लगे थे क्योंकि उनका नाम काफी हद तक रणबीर से मिलता जुलता है। वे सोनम कपूर के कज़न हैं।
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2. बाकी एक्टर्स की तरह रणवीर ने कॉलेज के बाद मॉडलिंग नहीं की बल्कि एक मशहूर एड एजेंसी के लिए उन्होंने एक कॉपीराइटर के तौर पर काम किया।
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3. रणवीर हमेशा से फिल्मों में एक लीड रोल करना चाहते थे। उन्हें लगता था कि एक फ्रेश चेहरा किसी भी फिल्म के लिए सरप्राइज़ फैक्टर हो सकता है, यही कारण है कि उन्होंने अपनी पहली फिल्म से पहले तक न कभी कोई वीडियो सॉन्ग किया और न ही कभी कोई टीवी ऐड किया।
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4. रणवीर सिंह ने अपनी पहली फिल्म 'बैंड बाजा बारात' को चुनने से पहले तीन बड़ी फिल्मों के ऑफर रिजेक्ट किए थे। आदित्य चोपड़ा ने रणवीर को जब बताया कि उन्हें इस फिल्म के लिए लीड रोल में कास्ट किया गया है तो वे एक कोने में जाकर रोने लग गए थे। रणवीर दरअसल पहले ऐसे एक्टर हैं जिन्हें यशराज ने अपनी पहली ही फिल्म में हीरो का रोल दिया था।
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5. रणवीर ने फिल्म बाजीराव मस्तानी के लिए एक पैसा भी नहीं लिया था। उन्होंने दरअसल इस फिल्म के प्रॉफिट शेयरिंग में हिस्सा लिया था। वहीं अमिताभ बच्चन ने जब रणवीर की रामलीला में परफॉर्मेंस देखी थी, तो वे इतने इंप्रेस हुए थे कि रणवीर के नाम एक खत लिख दिया था।
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6. रणवीर की मां को वे फिल्में पसंद नहीं हैं, जिनमें उनकी मौत हो जाती है। लूटेरा, राम लीला और गुंडे ऐसी कुछ फिल्में हैं जिनमें अंत में रणवीर का किरदार मर जाता है। यही कारण है कि रणवीर नहीं चाहते थे कि उनकी मां बाजीराव मस्तानी फिल्म देखे लेकिन इसके बावजूद रणवीर की मां ने इस फिल्म को देखा था।
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7. 90 के दशक में रवीना टंडन के सुपरहिट गाने टिप टिप बरसा पानी के शूट के समय रणवीर भी वहां मौजूद थे। रणवीर उस समय महज 12-13 साल के थे और वो रवीना को देखकर दंग रह गए थे। रणवीर के मुताबिक, 'वो पीली साड़ी में दुनिया की खूबसूरत लड़की लग रही थी' वे रवीना को लगातार घूरे जा रहे थे जिससे ये एक्ट्रेस काफी अनकंफर्टेबल हो गई थी और सेट पर मौजूद गार्ड्स ने रणवीर को बाहर निकाल दिया था। हालांकि रणवीर जब उदास हो गए तो उन्हें सपोर्ट करने के लिए अक्षय कुमार पहुंचे थे।
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8. रणवीर अपने काम को पूरी शिद्दत से करने में यकीन रखते हैं। बकौल रणवीर, पद्मावत के लिए मैं मई के महीने में 45 डिग्री की गर्मी में 12 किलो की लैदर जैकेट पहनकर डांस करता था। मैं बेहोश होता था, मुझे उल्टी होती थी और मुझे कई बार दिन में तारे नज़र आने लगते थे। सेट पर जैसे ही 'कट' बोला जाता, मैं अपने उड़ते हुए होश संभालता, पानी पीता और फिर शूट के लिए तैयारी करने लगता था।
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9. रणवीर सिंह की बॉडी भले ही शानदार शेप में हो लेकिन वो जंक फूड के खासे शौकीन हैं। यही कारण है कि उन्हें चाइनीज़ डिशेज़ बेहद पसंद हैं।
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10. रणवीर सिंह की एनर्जी के लोग दीवाने हैं। एक शख़्स तो यहां तक दावा करते हैं कि रणवीर को स्क्रीन पर देखकर उन्हें बेहद पॉज़िटिव बेहद महसूस होता है और कहीं न कहीं मैं कैंसर से बच पाया हूं तो उसका क्रेडिट रणवीर सिंह को देता हूं। इस व्यक्ति ने एक पत्र लिखकर रणवीर को शुक्रिया अदा किया था।
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11. रणवीर सिंह को स्कूल से एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया था क्योंकि वे क्लास में छैया छैया सुनते हुए पकड़ लिए गए थे। रणवीर उस दौर में शाहरूख खान के इस गाने को बहुत ज़्यादा सुनते थे।
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12. अमेरिका में अपने क्रिएटिव राइटिंग कोर्स के दौरान उन्होंने एक्टिंग को भी एक इलेक्टिव के तौर पर चुना था। जब उनसे क्लास के सामने परफ़ॉर्म करने के लिए कहा गया तो रणवीर ने अमिताभ बच्चन की फिल्म दीवार का मशहूर डायलॉग बोला था। गौरतलब है कि रणवीर की क्लास में ज़्यादातर विदेशी स्टूडेंट्स थे और उन्हें कुछ समझ नहीं आया था लेकिन रणवीर की एक्टिंग देखकर लोगों ने उनके लिए तालियां बजानी शुरू की थी।
13. रणवीर ने शाहरूख की फिल्म स्वदेश को 2004 में देखा था। उस दौरान रणवीर अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे और वे अमेरिका में ही ज़िंदगी बिताने के बारे में सोच रहे थे लेकिन इस फिल्म को देखने के बाद रणवीर को एहसास हो गया था कि वो जो कुछ भी करना चाहते हैं, उन्हें भारत में ही करना चाहिए। -
14. साल 2000 में 'कहो न प्यार है' रिलीज हुई थी और ऋतिक रोशन रातों रात सुपरस्टार बन गए थे। उस दौर में रणवीर सिंह जुहू की गलियों में क्रिकेट खेला करते थे। रणवीर को खेलते समय एहसास हुआ था कि उनके पास से ऋतिक रोशन अपनी गाड़ी में गुज़र रहे हैं। वे उस कार के पीछे भागे थे और सिर्फ ऋतिक का पीछे से सर देख पाए थे। लेकिन इसके बावजूद वे अपने दोस्तों से पूरे उत्साह के साथ इस किस्से को शेयर किया करते थे।
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15. पद्मावत की शूटिंग के दौरान रणवीर एक समय बेहद कठिन दौर से गुज़रने लगे थे। बकौल रणवीर, मैंने लगभग 35-40 दिनों तक बिना ब्रेक लिए काम किया था जो आमतौर पर सुनने को नहीं मिलता है। मानसिक और शारीरिक तौर पर ये मेरे लिए बेहद थका देने वाला था। मैं उस दौरान 12-14 घंटे काम करता था, किसी से खास बात भी नहीं करता था। मेरा मेंटल स्टेट ऐसा हो चुका था, जैसा मैंने पहले कभी महसूस नहीं किया था। मुझे लगता था कि मैं अपना मानसिक संतुलन न खो दूं। ऐसे में मैंने अपने मां-बाप और दोस्तों से बात करनी शुरू की।
