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फ्रांस में हादसे के शिकार जर्मनविंग्स के विमान ने आठ मिनट में करीब 32 हजार फीट नीचे आ गया था। यह जानकारी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थॉमस विंकेलमैन ने बुधवार को जर्मनी में दी। (फोटो: एपी)
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जर्मनी के कोलोन हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में विंकेलमैन ने बताया कि विमान ने स्पेन के बार्सिलोना एयरपोर्ट से बुधवार को स्थानीय समयानुसार सबुह 10.01 बजे जर्मनी के डसेलडॉर्फ के लिए उड़ान भरी। 10: 35 मिनट पर विमान अपने अधिकतम ऊंचाई 38,500 फुट की ऊंचाई पर पहुंचा। इस ऊंचाई पर विमान करीब एक मिनट तक रहा। इसके बाद अचानक से विमान नीचे की ओर आने लगा। (फोटो: एपी
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हालांकि, यह प्रक्रिया तेजी से नहीं हुई, बल्कि विमान निर्धारित ऊंचाई से 6000 फुट की ऊंचाई पर आने में करीब आठ मिनट लगाए। विमान से संपर्क 10.43 मिनट पर टूटा, उस समय विमान 6000 फीट की ऊंचाई पर था। (फोटो: एपी)
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विंकेलमैन से दावा किया है कि विमान के अस्थिर होने के बावजूद कॉकपिट में मौजूद पायलट की ओरे से फ्रांसीसी वायु परिवहन नियंत्रण (एटीसी) को कोई अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि विमान फ्रांस के मर्सेल से 160 किलोमीटर पूवरेत्तर में मेसिफ देस त्रोइस एवेस नामक स्थान पर हुई। हादसे की जगह आल्प पहाड़ी है और इलाका दुर्गम होने की वजह से राहत कर्मियों के पहुंचने में परेशानी आ रही है। (फोटो: एपी)
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जर्मनविंग्स के मुताबिक विमान को उड़ा रहा पायलट की योग्यता में कमी नहीं थी। वह जर्मनविंग्स और इसकी मूल कंपनी लुफ्तांसा में करीब 10 साल से कार्यरत था। उसे एयरबस की इस श्रेणी के विमानों को उड़ाने का करीब 6000 घंटे का अनुभव था। (फोटो: एपी)
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हादसे की खबर सुनकर विमान के गंतव्य जर्मनी के डसेलफॉर्ड हवाई अड्डे पर रिश्तेदारों और परिवार के सदस्य जमा हो गए हैं। हवाई अड्डे के कर्मी उन्हें नजदीक की इमारत में ले गए हैं। मीडिया से बचाने के लिए कर्मचारियों ने इमारत को आंशिक रूप से ढक दिया है। (फोटो: एपी)