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Charlie Hebdo: फ्रांसीसी व्यंग्यात्मक साप्ताहिक चार्ली हेबदो के दफ्तर में स्वचालित रायफल और एक रॉकेट लॉन्चर से लैस सशस्त्र हमलावरों ने गोलीबारी की जिसमें कम से कम 10 लोग मारे गए हैं। अभियोजन कार्यालय ने बताया कि फिलहाल 10 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। हालांकि घायलों का ब्योरा नहीं दिया गया। (तस्वीर-एपी)
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Charlie Hebdo: पेरिस के डिप्टी मेयर ब्रुनो जुलियार्ड ने इससे पहले बताया था कि एक पुलिसकर्मी सहित छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि इनकी मृतकों में गिनती की गई है या नहीं। राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद घटनास्थल रवाना हो गए हैं और उन्होंने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। (तस्वीर-एपी)
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Charlie Hebdo: जांच कार्य से करीबी रूप से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि एक स्वचालित राइफल ‘कालशनीकोव’ और एक रॉकेट लॉन्चर लिए दो सशस्त्र लोगों ने मध्य पेरिस स्थित इमारत में धावा बोला तथा सुरक्षा बलों के साथ उनकी मुठभेड़ हुई। (तस्वीर-एपी)
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Charlie Hebdo: सूत्र ने बताया कि बंदूकधारियों ने एक कार अगवा किया और एक राहगीर से इसे तेजी से चलाने को कहा। काटूर्निस्ट रेनॉड लुजियर ने इससे पहले एएफपी को बताया कि घटना के बाद कुछ लोग हताहत हुए हैं। (तस्वीर-एपी)
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Charlie Hebdo: पत्रिका फरवरी 2006 में पैगंबर मुहम्मद का कार्टून छापने को लेकर चर्चा में आई थी, जिसे इस्लाम में ईशनिंदा माना जाता है। हालांकि, यह मूल रूप से डेनिश अखबार जेलैंड्स पोस्टन में प्रकाशित हुआ था जिसे पत्रिका ने दोबारा प्रकाशित किया। इस कार्टून को लेकर मुस्लिम जगत में रोष छा गया था। इसके कार्यालयों पर नवंबर 2011 में गोलीबारी हुई थी और बम फेंके गए थे, जब इसने पैगंबर का कार्टून ‘शरिया हेबदो’ शीर्षक के तहत प्रकाशित किया था। (तस्वीर-एपी)
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Charlie Hebdo: नस्लवाद रोधी कानूनों को लेकर अदालत ले जाए जाने के बावजूद पत्रिका ने पैगंबर के कार्टून प्रकाशित करना जारी रखा। सितंबर 2012 में चार्ली हेबदो ने पैगंबर के कार्टून प्रकाशित किए, वहीं ‘इनोसेंस ऑफ मुस्लिम्स’ नाम से एक कम बजट की फिल्म आने पर कई देशों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। यह फिल्म अमेरिका में बनी थी और इसमें पैगंबर का अपमान किया गया था। (तस्वीर-एपी)